Dark Chocolate खाने से पीरियड्स क्रैंप से लेकर स्ट्रेस कम करने तक में मिलती है मदद, जानें इसके अनेक फायदे

Bhawna Choubey
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Dark Chocolate: पीरियड्स महिलाओं के जीवन का एक अहम हिस्सा है। यह एक नेचुरल प्रक्रिया है जिससे महिलाओं को हर महीने गुजरना पड़ता है। इस दौरान होने वाला दर्द बहुत खतरनाक होता है। पीरियड्स वाले 5 दिन महिलाओं के लिए बहुत कठिन और बड़े दिन होते हैं। कई महिलाओं को पीरियड्स क्रैंप साधारण होता है। वहीं कई महिलाओं को पीरियड क्रैंप इतना ज्यादा होता है कि उन्हें पांचों दिन बेड रेस्ट करना पड़ता है। इस दर्द से बचने के लिए कई बार महिलाएं दवाइयों का सहारा लेती हैं। इन दवाइयों को खाने से दर्द तो बंद हो जाता है। लेकिन यह भविष्य में गंभीर बीमारी पैदा कर सकती है।

पीरियड्स क्रैंप के लिए कैसे फायदेमंद होती है डार्क चॉकलेट

पीरियड्स क्रैंप को कुछ नेचरल तरीकों से कम किया जा सकता है। पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए कई प्रकार के नेचुरल तरीकों को अपनाया जा सकता है। इन्ही नेचुरल तरीकों में से एक है डार्क चॉकलेट का सेवन। डार्क चॉकलेट काफी हद तक पीरियड्स में होने वाले दर्द को कम करने में मदद करती है। डार्क चॉकलेट ज्यादातर लोगों की पसंदीदा चॉकलेट होती है। दरअसल, डार्क चॉकलेट में ज्यादा मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है, जो पीरियड्स क्रैंप को कम करने में मदद करता है। लेकिन डार्क चॉकलेट का सेवन करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि डार्क चॉकलेट अनस्वीटेंड चॉकलेट होनी चाहिए ना की रेगुलर मिल्क चॉकलेट। पीरियड्स क्रैंप में राहत देने के साथ-साथ डार्क चॉकलेट के और भी कई फायदे हैं, जो आज हम आपको इस लेख के द्वारा बताएंगे तो चलिए जानते हैं।

डार्क चॉकलेट खाने के और क्या-क्या फायदे होते हैं

मूड बेहतर बनाए

डार्क चॉकलेट का सेवन करने से स्ट्रेस कम होता है। इसको खाने से हमारा ब्रेन एंडोर्फिन रिलीज करता है। जिस वजह से मूड बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इसका सेवन करने से बहुत रिलैक्स महसूस होता है।

दिल की सेहत में सुधार

डार्क चॉकलेट का सेवन करने से रक्तचाप कम होता है और हृदय रोग का खतरा भी कम हो जाता है। डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवेनॉइड रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

इम्यूनिटी बढ़ाए

डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। साथ ही साथ एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल डैमेज से बचाव में भी मदद करते हैं।

डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।


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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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