Face Yoga: इन 4 योगासनों से बढ़ेगी खूबसूरती, चेहरे पर आएगा निखार, झुर्रियों से मिलेगा छुटकारा

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Face Yoga: बढ़ती उम्र के साथ चेहरा का ग्लो कम होने लगता है। त्वचा को सॉफ्ट आउए टाइट बनाने के लिए मार्केट में विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स उपलब्ध होते हैं। योग को प्राचीन काल से ही बहुत फायदेमंद पाया गया है। यह अनेक बीमारियों से छुटकारा दिलाता है। इतना ही योग त्वचा के लिए भी लाभदायक माना जाता है। ऐसे ही कुछ योग और व्ययाम के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, जो स्किन की ग्लोइंग, हेल्दी और टाइट बनाता है। साथ ही झुर्रियों और  डललेस से निजात मिलता है। इसके अलावा कई बीमारियों से भी निजात मिलता है।

जीभ बाधा योग

इस फेस योग से जबड़े को एक आकार मिलता है। जिससे चेहरे की मांसपेशियों के टोनिंग में मदद मिलती है। रोजाना सुबह इस योग को करने से बहुत लाभ होता है। साथ ही ब्रीदिंग की समस्या भी दूर होती है। सुखासन में बैठकर अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रखे। फिर अपने मुंह को खोलने और जीभ को तालु से हटायें। जीभ को थोड़ी देर ऐसे ही रखे। फिर कुछ सेकेंड का आराम देकर प्रक्रिया को रिपिट करें।

MP

सिम्हा मुद्रा 

सिम्हा बेहद आसान योग होता है। इसे रोजाना सुबह दो से 4 बार करने से बहुत फायदा होता है। इस एक्सरसाइज़ से चेहरे से मांसपेशियों में कसावट होती है और त्वचा टाइट होती है। सबसे पहले सुखासन में बैठे और हथेलियों को जमीन पर टीका लें। उसके बाद दोनों घुटनों को उगलियों पर रख दें। अपने मुंह को अच्छे से खोलने और जीभ को बाहर की तरफ निकाले। अब इस अवस्था में शेर की तरह दहाड़ लगाएं। इस प्रक्रिया को 2-4 बार रिपिट करें।

जालंधर बंध

जालंधर बंध चेहरे के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इस योगासन से डबल चिन की समस्या भी खत्म होती है। यह फेस की मांसपेशियों को भी टोन करता है और चेहरे को आकार भी देता है। सुखासन अवस्था में बैठकर शरीर को सीधा करें और हथेलियों को घटनों पर रखें। फिर कंबई सांस लेते हुते कंधों को ऊपर की ओर उठाते हुए पीठ को सीधा रखें। अब शरीर को हल्का सा आगे झुकाएं। फिर गर्दन को आगे की तरफ वधाते हुए ठोड्डी को छाती ओर टिक्ककर बंध लगाएं। इस अवस्था में कुछ सेकेंड तक सांस रोक कर रहे। प्रक्रिया को 2-4 बार अपनाएं।

होल्ड पोज

स्किन को ग्लोइंग बनाने के लिए होल्ड पोज बेस्ट ऑप्शन माना जाता है। इससे चेहरे का ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। अपने राइट हाथ की 2 उंगलियों को माथे के बीच में रखें। अब माथे पर उंगलियों से प्रेशर डालें। गहरी सांस लेते हुए उंगलियों को घुमाये। इस प्रक्रिया को 3-4 बार रिपिट करें।

Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। कोई भी कदम उठाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News