क्या आपको भी होती है कुछ खाने की इच्छा, जानिए Food craving के ज़रिए शरीर देता है क्या सिग्नल

आपने देखा होगा कि कई बार कुछ लोगों में अचानक मीठा या खट्टा खाने की इच्छा बढ़ जाती है। ऐसे ही कुछ लोगों को चॉक जैसी अखाद्य वस्तुओं को खाने की तलब होने लगती है। ऐसा आखिर क्यों होता है। क्या ये सिर्फ कुछ खाने का मन भर है या हमारा शरीर हमें कुछ संकेत दे रहा होता है। इस बात को समझना जरूरी है क्योंकि भूख प्यास के ज़रिए भी शरीर हमें बहुत कुछ बताने की कोशिश करता है।

Shruty Kushwaha
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Food cravings can be some signs : क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि मीठा खाने की तीव्र इच्छा हुई हो। ये हमेशा सिर्फ ‘इच्छा’ भर नहीं होती। कई बार हमारा शरीर भी हमें संकेत देता है। जैसे कि तनावपूर्ण स्थिति में मीठा खाने की इच्छा अक्सर एक मनोवैज्ञानिक प्रतिक्रिया होती है। मीठा खाने से मस्तिष्क एंडॉर्फिन (खुशी का हार्मोन) रिलीज करता है, जिससे तनाव कम होता है और व्यक्ति अच्छा महसूस करता है।

हमारा शरीर हमें खाने की इच्छा के माध्यम से कुछ संकेत देता है, जो कई बार शारीरिक आवश्यकताओं और मानसिक स्थितियों से जुड़े होते हैं। यह संकेत हमें ऊर्जा की जरूरत, पोषण की कमी या शारीरिक असंतुलन के बारे में बताते हैं। इन संकेतों को समझना और सही भोजन का चयन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है।

खाने की इच्छा के पीछे हो सकते हैं कई कारण

जब पेट खाली होता है, तो गैस्ट्रिक जूस और आंतों की हलचल के कारण पेट में “गुड़गुड़” की आवाज आती है। यह शरीर का तरीका है जो कहता है कि उसे भोजन चाहिए। इसी तरह हमारा शरीर खाने की इच्छा के ज़रिए कई तरह के संकेत भेजता है। ये संकेत शारीरिक और मानसिक दोनों हो सकते हैं।

शरीर देता है सिग्नल

1. भूख और ऊर्जा की आवश्यकता : जब शरीर में ऊर्जा की कमी होती है, तो मस्तिष्क “भूख” का संकेत भेजता है। भूख का मुख्य कारण शरीर में ग्लूकोज़ का स्तर गिरना होता है, जो ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है। इस प्रक्रिया को समझाने वाले कई वैज्ञानिक शोध हुए हैं, जैसे कि Harvard Medical School द्वारा प्रकाशित शोध में यह बताया गया है कि भूख और ऊर्जा संतुलन का संबंध शरीर में हार्मोन जैसे ग्रीलिन और लेप्टिन से होता है

2. प्यास और भूख का अंतर : कई बार शरीर प्यास को भूख समझ सकता है। Mayo Clinic की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि प्यास लगने पर व्यक्ति भोजन की इच्छा महसूस कर सकता है, लेकिन असल में शरीर को पानी की आवश्यकता होती है।

3. हार्मोनल बदलाव : शरीर में ग्रीलिन (जो भूख को बढ़ाता है) और लेप्टिन (जो संतोष का एहसास कराता है) जैसे हार्मोन खाने की इच्छा को प्रभावित करते हैं। जब ग्रीलिन का स्तर बढ़ता है तो भूख बढ़ती है, और जब लेप्टिन का स्तर बढ़ता है तो व्यक्ति को संतोष का एहसास होता है।

4. मानसिक स्थिति और खाने की इच्छा : मानसिक तनाव, खुशी और दुख भी खाने की इच्छा को प्रभावित कर सकते हैं। American Psychological Association के अनुसार, तनाव और भावनात्मक समस्याएं अक्सर लोगों को भोजन की ओर आकर्षित करती हैं, खासकर उच्च कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों की ओर।

5. ग्लूकोज का स्तर गिरना : यदि आप लंबे समय तक भूखे रहते हैं, तो ब्लड शुगर का स्तर गिर सकता है। इसका परिणाम थकान, चक्कर आना और चिड़चिड़ापन हो सकता है। यह शरीर का संकेत है कि उसे तुरंत ऊर्जा की आवश्यकता है। ऐसे में आपको मीठा खाने की इच्छा हो सकती है।

6. पोषक तत्वों की कमी से संकेत : शरीर में अगर किसी पोषक तत्व की कमी होती है तो वह कुछ खास खाद्य पदार्थों की ओर आकर्षित हो सकता है। मीठे की इच्छा ग्लूकोज की कमी या मैग्नीशियम की कमी का संकेत हो सकता है। चटपटे खाने की इच्छा सोडियम की कमी का संकेत और चॉक या मिट्टी खाने की इच्छा आयरन या जिंक की गंभीर कमी का संकेत हो सकता है।

(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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