क्या खाना सच में बदल सकता है आपका मूड? जानें फूड और मूड का खास कनेक्शन

Health: आपने अक्सर कई लोगों को यह कहते सुना होगा कि खाना हमारे शरीर की जरूरत है। कई लोग खाना सिर्फ पेट भरने का एक जरिया मानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सिर्फ एक पेट भरने का जरिया नहीं है बल्कि हमारे मूड का जादूगर है। क्या आपने कभी यह कहावत सुनी है जैसा खाओगे अन्न वैसा रहेगा मन, यह कहावत बिल्कुल सच है।

Bhawna Choubey
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Health: आपने अक्सर कई लोगों को यह कहते सुना होगा कि खाना हमारे शरीर की जरूरत है। कई लोग खाना सिर्फ पेट भरने का एक जरिया मानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सिर्फ एक पेट भरने का जरिया नहीं है बल्कि हमारे मूड का जादूगर है। क्या आपने कभी यह कहावत सुनी है ‘जैसा खाओगे अन्न, वैसा रहेगा मन’, यह कहावत बिल्कुल सच है।

खाना हमारे मूड को बेहतर बनाने का काम करता है। कई बार लोग जब उदास होते हैं, या गुस्से में होते हैं, जब वह अपनी मनपसंद चीज खाते हैं तो उनका मूड एकदम बदल जाता है, क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है। फूड और मूड का यह कनेक्शन कैसा है? अगर नहीं, तो चलिए इस आर्टिकल में विस्तार से समझते हैं।

मूड सुधारने का सीक्रेट

विटामिन और मिनरल्स

कुछ खास विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो हमारे मूड और मेंटल हेल्थ पर सीधा असर डालते हैं। एग्जांपल के तौर पर समझते हैं, जैसे विटामिन डी जो फैटी फिश और अंडे की जर्दी में भरपूर पाया जाता है, यह विटामिन डिप्रेशन को कम करने में मदद करता है। इसलिए जब हम इस तरह के फूड्स का सेवन करते हैं, तो हमें ख़ुशी महसूस होती हैं, डिप्रेशन कम होता है।

मैग्नीशियम

वहीं, जिन भी फूड में मैग्नीशियम पाया जाता है। जैसे डार्क चॉकलेट, पालक या फिर बादाम इन चीजों को खाने से नर्वस सिस्टम शांत होता है और एंजायटी भी कम हो जाती है, यही कारण है कि लोग अक्सर एंजायटी होने पर डार्क चॉकलेट का सेवन करते हैं।

विटामिन बी

अगर हम विटामिन बी से भरपूर फूड्स का सेवन करते हैं, तो यह हमारे दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद करता है और एनर्जी को बूस्ट करता है, जब भी कोई व्यक्ति को लॉ एनर्जी फील करता है और तब अगर वह विटामिन बी वाले फूड्स का सेवन करता है, तो उसकी एनर्जी बूस्ट हो जाती है।

फील गुड हार्मोन

क्या आपने कभी सेरोटोनिन हार्मोन के बारे में सुना है। जी हां, इस हार्मोन को ‘फील गुड हार्मोन’ कहा जाता है। यानी जब हम कुछ खास फूड आइटम्स का सेवन करते हैं, तो हमारे ब्रेन में हैप्पी हार्मोन का प्रोडक्शन बढ़ जाता है। इसी हार्मोन को सेरोटोनिन हार्मोन कहा जाता है। हैप्पी हार्मोन को बढ़ाने में केले, मेवे और साबुत अनाज जैसे फूड आइटम शामिल है।

जैसा कि हमने जाना की हम जैसा खाना खाते हैं, वैसा ही हमारा मूड बनता है। इसलिए अगर पेट में किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती है तो मूड खराब हो जाता है, इसलिए पेट संबंधित समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए साथ ही साथ उन चीजों का सेवन जरूर करना चाहिए जो पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करती हो।

हाइड्रेशन का भी रखें ध्यान

यह तो रही खाने की बात, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पीने से भी हमारे मूड पर असर पड़ता है। जी हां, कई बार खराब मूड होने के पीछे का कारण पानी की कमी भी होती है। जब हम भरपूर पानी पीते हैं और जब हमारा शरीर हाइड्रेटेड रहता है, तो हम खुश रहते हैं। क्योंकि हमारे ब्रेन और शरीर को पानी की जरूरत होती है। अगर ब्रेन और शरीर को पर्याप्त पानी नहीं मिलता है, तो हमारा मूड खराब हो जाता है। इसलिए खाने का ध्यान रखने के साथ-साथ हाइड्रेशन का भी ध्यान रखना चाहिए।

 


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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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