Psychological Facts : मनोविज्ञान मानवीय मन मस्तिष्क, उसकी प्रक्रियाओं, व्यवहार और मानव अनुभव का विज्ञान है। इसका मुख्य उद्देश्य मानव मानसिक प्रक्रियाओं को समझना और विश्लेषण करना है। मनोविज्ञान विभिन्न दिशाओं से मानव व्यवहार, भावनाएं और मानसिक स्वास्थ्य का अध्ययन करता है। इसमें व्यक्तित्व, सामाजिक व्यवहार, और इंटरपर्सनल संबंधों, मनोबल, स्मृति, ध्यान, भाषा और अन्य कई प्रक्रियाओं का अध्ययन होता है। यह विशेषकर मानव मानसिक क्षमताओं को समझने का प्रयास करता है। इसी के साथ मानसिक स्वास्थ्य, मानसिक रोग, उनके कारणों और उपचारों का अध्ययन भी होता है। आज हम आपको कुछ दिलचस्प मनोवैज्ञानिक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
मनोवैज्ञानिक तथ्य
- अगर आप जीवन में कुछ प्रेरणा ढूंढ रहे हैं तो ये बात आपके काम की है। “क्या मैं?” यह एक ऐसा प्रश्न है जो आपको “मैं करूँगा” कथन से कहीं अधिक प्रेरित कर सकता है।
- जब किसी स्थिति में क्या होगा ये जानकारी न हो या इसका कुछ अंदाजा न हो तो मानव स्वभावत: नकारात्मक परिणामों के बारे में अधिक सोचता है।
- एक अध्ययन के मुताबिक सपने और उनके अर्थ सचेत विचारों जितने ही महत्वपूर्ण हैं।
- मन और शरीर के बीच का संबंध परस्पर है। आपके दिमाग में आने वाले हर विचार की आपके शरीर की कोशिकाओं पर समान प्रतिक्रिया हो सकती है।
- आपसे अक्सर अलग-अलग स्थितियों में उचित कपड़े पहनने के लिए कहा जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि किसी व्यक्ति के कपड़े पहनने के तरीके और वातावरण में उसकी मनोदशा के बीच एक संबंध स्थापित होता है। यह सबसे विश्वसनीय मनोवैज्ञानिक तथ्यों में से एक है, क्योंकि हम कैसे कपड़े पहनते हैं यह हमारी पहचान को व्यक्त करता है, साथ ही ये हमारे मूड पर भी असर डालता है।
- यदि आप अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या में एक नई आदत जोड़ना चाह रहे हैं, तो इसे 66 दिनों तक करें। यह दैनिक आदत बनाने के लिए आवश्यक औसत समय है।
- जब कोई व्यक्ति अपनी रुचि और आकर्षण की किसी वस्तु को देखता है, तो उसकी आँखों की पुतलियाँ 45% तक फैल जाती हैं।
- एक नकारात्मक वाक्य या घटना कम से कम 5 सकारात्मक चीज़ों पर भारी पड़ सकती है।
- मानव स्वभाव में जटिल जानकारी को 3 या 4 टुकड़ों में तोड़ना शामिल है। आप यह बात नोट करके इसे आज़मा सकते हैं कि आप एक लंबा फोन नंबर कैसे याद रखते हैं।
- छोटी लाइन की तुलना में आप लंबी लाइन को जल्दी पढ़ने की अधिक संभावना रखते हैं। हालांकि, छोटी लाइनों को अभी भी सामान्य प्राथमिकता दी जाती है।
(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)