फूलों की कमी से परेशान? अपने पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए अपनाएं ये 1 सरल और असरदार उपाय

Flowering Plants: फूलों की कमी से परेशान हैं? अपने पौधों को फिर से खिलखिलाने के लिए एक आसान और असरदार उपाय अपनाएं। सही मिट्टी और खाद का उपयोग करें, साथ ही पौधों को पर्याप्त धूप और पानी दें। सही देखभाल से आपके पौधे जल्द ही सुंदर और रंगीन फूलों से महक उठेंगे।

भावना चौबे
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Flowering Plants: शायद ऐसा कोई व्यक्ति ना होगा जिसे रंग-बिरंगे खुशबूदार फूल वाले पौधे पसंद ना हो। सभी को फुल अत्यंत पसंद होते हैं और अगर फूल पसंद होते हैं तो फूल वाले पौधे भी पसंद होते ही होंगे। गांवों में फूलों की खेती एक प्रमुख आय का साधन मानी जाती है, वहीं शहरों में लोग इसे अपने घर की सजावट के रूप में देखते हैं। गांव में जगह ज्यादा होती है इसलिए कई सारे पौधे लोग अपने घर के आंगन में लगा लेते हैं। लेकिन शहरों में इतनी जगह मिल पाना मुश्किल होता है। इसलिए लोग अपने घर की छत और बालकनी में ही पौधे लगा लेते हैं।

लेकिन समस्या तब आती है जब तरह-तरह के पौधे तो लगा लेते हैं लेकिन उनमें फूल नहीं खिलते हैं या फिर एक समय के बाद फूल खिलना बंद हो जाते हैं। अगर आप भी इस समस्या से गुजरते हैं तो ऐसे में चिंता करने की कोई बात नहीं है। आज हम आपको इस लेख के द्वारा कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप आसानी से अपने पौधों की देखभाल कर सकते हैं और पौधों में भी तरह-तरह के फूल खिलेंगे, तो चलिए जानते हैं।

अपनाएं ये 1 सरल और असरदार उपाय (How to Care for Flowering Plants)

सरसों की खली पौधों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं मानी जाती है। इसे पौधों में डालने के कुछ दिनों में ही पौधों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलते हैं। खली डालने के एक हफ्ते के अंदर ही पौधों में कलियां आने लगती है और धीरे-धीरे पौधों का विकास होने लगता है। कुछ दिनों बाद आप देखेंगे कि आपके पौधों में फूल खिल रहे हैं। इस बात का ध्यान रखें पौधों में खली डालने से पहले उसे 10 घंटे तक पानी में भिगोकर रखना चाहिए, ताकि यह अच्छी तरह से फूल जाए और पौधों को अधिक पोषण मिल सके।

इसके बाद सरसों की खली को पौधों के जड़ों के पास डालकर मिट्टी में अच्छी तरह से मिला दें। ऐसा कम से कम एक हफ्ते तक करते रहें ऐसा करने से पौधों को भरपूर पोषण मिलता है। अगर आपका पौधा पूरी तरह सूख गया है तो पहले उसे निकाल कर फेंक दें। फिर गमले में नीचे की और एक छेद करें ताकि अतिरिक्त पानी बाहर निकल सके इसके बाद गमले के निचले हिस्से में छोटे-छोटे पत्थर बिछा दें। यह पत्थर पानी के निकास में मदद करते हैं और जड़ों को सड़ने से बचाते हैं।

इसके बाद देसी खाद, रेत, मिट्टी, वर्मी कंपोस्ट और सरसों की खाली को मिलाकर एक पोषक तत्वों से भरपूर मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण को गमले में भरकर उसमें नया पौधा लगा दें। यह मिश्रण पौधे के लिए एक नई शुरुआत प्रदान करेगा और उसे फिर से खिलने के लिए प्रेरित करेगा।

 


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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