आज हम जिस समय व दौर में जी रहे हैं, वहां हमेशा एक भागादौड़ी, प्रतिस्पर्धा, मानसिक तनाव तथा हड़बड़ी रहती है। ऐसे में हम अक्सर महसूस करते हैं कि हमारा मन अशांत एवं दिमाग तनाव में रहता है। नतीजतन, हमारे अंदर झल्लाहट, चिढ़चिढ़ाहट, गुस्सा व अशांति घर कर लेती है। इसका सीधा असर हमारे और हमारे आसपास के लोगों पर पड़ता है। तो आज की आपाधापी भरे जीवन में आखिर हम ऐसा क्या करें कि स्वयं को शांत व स्थिर रख पाएं, आईये जानते हैं ऐसे ही कुछ उपाय।
ध्यान अथवा मेडिटेशन इसका मन मस्तिष्क को शांतत रखने में अत्यंत कारगर है। कुछ समय अपने दिमाग को स्थिर कर गहरी सांस लेने से दिमाग को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है और फिजूल विचारों से मुक्ति भी। जरूरी नहीं कि इसके लिए किसी मेडिटेशन सेंटर ही जाया जाए, हम अपने घर या दफ्तर में भी जब समय मिले, कुछ देर के लिए ध्यान कर सकते हैं। मन और शरीर दोनों का एक साथ स्वस्थ रहना जरूरी है, इसीलिए ध्यान के साथ शरीर का व्यायाम भी किया जाना चाहिए। इसके लिए योग सर्वश्रेष्ठ है, योग के साथ सुबह कुछ देर मॉर्निं वॉक, दौड़ना व अन्य व्यायाम करने से शरीर को चुस्ती मिलेगी तथा दिनभर के लिए ऊर्जा भी प्राप्त होगी। जब शरीर स्वस्थ महसूस करेगा तो दिल दिमाग अपने आप प्रसन्न रहेंगे।
दिन में जितना अधिक हो सके, उतना पानी पीना चाहिए। हमारे शरीर में जितना पानी जाएगा, शरीर के विषैले तत्व उसके साथ बाहर निकल जाएंगे। शरीर को डीटॉक्स करने के लिए अधिक पानी पीना बहुत जरूरी है। इसी के साथ हमारा भोजन भी घर का बना हुआ, सादा तथा अपने स्वास्थ्य के अनुरूप होना चाहिए। आज की भागदौर भरी जिंदगी में अक्सर हम पेट भरने के लिए कुछ भी खा लेते हैं, जिसका दूरगामी असर हमारे पूर्ण स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसी के साथ गर्म पेय पदार्थ भी तनाव को कम कर उससे राहत पाने में मदद देता है। उन पेय पदार्थों को खोजें जिनमें कैफिन एवं अल्कोहल नहीं होते हैं क्योंकि ये चिंता एवं उदासी की भावना को बढ़ाते हैं। ग्रीन टी में कुछ प्राकृतिक रसायन पाए जाते हैं जो तनाव के स्तर को कम करने में सहायक होते हैं। गर्म दूध रात के समय पीने योग्य एक बेहतरीन पेय है, जो मन को शांत करने में मदद करता हैं क्योंकि इसमें ट्रिप्टोफेन (tryptophan) प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होता है जो आपके मस्तिष्क में सेरोटोनिन (serotonin) को अधिक मात्रा में बनाने के लिए उतरदायी होता है। आरामदायक रूप से तनाव से मुक्ति पाने के लिए दूध को एक सॉस पैन में शहद के साथ गर्म करके सेवन करें। यदि आप आराम महसूस करने ले लिए कॉफी का चुनाव करते हैं तो बिना कैफीन वाली कॉफ़ी ही इस्तेमाल करें ताकि आपका दिमाग अतिउत्तेजित ना हो। किसी तरह के पेय को अधिक चीनी के साथ न लें क्योंकि यह आपके मानसकि उत्तेजना को बढ़ा देगा जिसके कारण पुन: आराम पाने में काफी दिक्कतें आती हैं।
अपनी नौकरी तथा अन्य कार्यों के अलावा हमें कुछ समय अपने पसंदीदा व रूचिकर कार्य के लिए भी निकालना चाहिए। यदि आपको खाना बनाना, पढ़ना अथवा खेल-कूद में भाग लेना पसंद है तो उन्हीं चीजों को करें। अपने मनपसंद की चीजें करने से यह आपके मस्तिष्क को तनाव से मुक्त कर अच्छा महसूस करने में मदद करेगा, और जिससे अधिक मात्रा में एन्डोरफिन्स (endorphins) बनता है जो कि खुशी का अहसास पैदा करने में सहायक होता है। इसी के साथ संगीत सुनने से भी मन और मस्तिष्क प्रसन्नता का अनुभव करता है। इस सारी बातों के अलावा जो सबसे जरूरी व आसान तरीका है वो ये कि अपने परिवार के साथ अधिक से अधिक समय गुज़ारा जाए। जब हम अपनों के साथ होते हैं तो सबसे अधिक आनंदित व तनावमुक्त होते हैं। अपने परिवार और दोस्तों के साथ नियमित रूप से समय व्यतीत करें तथा उनसे अपने मन की बातें भी साझा करें। इसके बाद भी यदि आपका व्यवहार लगातार बदलता जा रहा है तो आप इसके लिये तुरंत ही किसी अच्छे चिकित्सक से अपनी जांच करवाएं अपना बात को सामने रखने में आप किसी भी प्रकार की हिचक महसूस ना करते हुये पूरी बात डॉक्टर के सामने रखें जिससे वो आपके लिये सही मार्गदर्शन दे सके और दवाइयों के द्वारा आपकी समस्या का समाधान किया जा सके। जिस प्रकार हम अपनी शारीरिक बीमारियों के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं, उसी प्रकार कोई मानसिक उलझन होने पर मनोचिकित्सक का परामर्श लेने में कोई शर्म की बात नहीं है। तो अगर आप इस प्रकार छोटी-छोटी बातों का ध्यान रख पाएंगे तो अपने मन मस्तिष्क को प्रसन्न रख एक स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते हैं।