बच्चों को कैसे बनाएं आत्मनिर्भर, माता-पिता के लिए जरूरी टिप्स

Parenting Tips: बच्चे को आत्मनिर्भर बनाना हर माता-पिता का सपना होता है। आत्मनिर्भर बच्चे जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होते हैं और अपना ख्याल खुद रख सकते हैं।

भावना चौबे
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Parenting Tips: हर एक माता-पिता के लिए बच्चों की परवरिश करना सबसे मुश्किल चुनौती होती है। यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी भरा काम होता है, हर माता-पिता की यही कोशिश रहती है कि वह अपने बच्चों को अच्छी-अच्छी बातें सिखाएं। इन्हीं बातों में से एक है कि बच्चों को यह सिखाएं की वे आत्मनिर्भर कैसे बने। माता-पिता को अपने बच्चों को ऐसी परवरिश देनी चाहिए, जिससे वह आगे चलकर आत्मनिर्भर बने और खुद का ख्याल रख सकें। आत्मनिर्भर बनने के लिए क्या-क्या चीज बच्चों को सीखनी चाहिए वह आज हम आपको इस लेख के द्वारा बताएंगे, इन चीजों को सीखने से न सिर्फ बच्चा आत्मनिर्भर बनेगा बल्कि सही मार्गदर्शन पर भी चलेगा,तो चलिए जानते हैं वो कौन कौन सी बातें हैं।

बच्चों को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं

1. जिम्मेदारियां दें

अक्सर हम बच्चों को जिम्मेदारियां नहीं देते हैं क्योंकि हम समझते हैं कि वह अभी छोटे हैं इसलिए उन्हें जिम्मेदारी देना सही नहीं है। बल्कि किसी भी माता-पिता को ऐसा नहीं सोचना चाहिए अपने बच्चे को छोटी-छोटी जिम्मेदारियां देना शुरू करें। जैसे कि, अपना कमरा साफ करना, खिलौने उठाना, कपड़े पहनना, आदि।

2. निर्णय लेने की क्षमता विकसित करें

अक्सर हर माता-पिता अपने बच्चों के निर्णय खुद लेते हैं। जैसे बच्चे को क्या खाना है, क्या पहनना है, कहां जाना है, कैसे खेलना है आदि। अगर आप अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं तो उन्हें खुद को निर्णय लेने दें। बच्चे को छोटे-छोटे निर्णय लेने दें। जैसे कि, क्या पहनना है, क्या खाना है, आदि।

3. आत्मविश्वास बढ़ाएं

अक्सर हर माता-पिता अपने बच्चों से यह कहते हैं कि नहीं यह तुमसे नहीं हो पाएगा तुम अभी छोटे हो, ऐसा कहना बच्चों के आत्मविश्वास को गिरा सकता है। अगर आप अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं तो उसका आत्मविश्वास बढ़ाए। बच्चे को उसकी क्षमताओं पर विश्वास करने के लिए प्रोत्साहित करें।

4. गलतियों से सीखने दें

अक्सर बच्चे जब भी गलती करते हैं तो माता-पिता डांट फटकार लगाते हैं, ऐसा करने से बच्चे को गलती करने से डर लगने लगता है। अगर आप अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं तो उन्हें अपनी गलतियों से सीखने दें। बच्चे को गलतियां करने दें और उनसे सीखने दें।

5. मदद करने के लिए प्रोत्साहित करें

बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सबसे अच्छी बात है कि आप उन्हें दूसरों की मदद करने दें। जैसे अगर वह किसी भी काम में आपकी मदद कर रहे हैं, तो आप उन्हें यह ना कहे कि नहीं यह मैं कर लूंगी, तुमसे नहीं हो पाएगा, तुम छोटे हो। बल्कि उन्हें आगे रहकर मदद करने दीजिए। इस प्रकार बच्चों को दूसरों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित करें।

6. स्वतंत्रता दें

अक्सर माता-पिता अपने बच्चों खुद की सोच और खुद के विचार का बोझ डाल देते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा आत्मनिर्भर बने तो सबसे जरूरी है कि आप उसे आजादी दें। बच्चे को थोड़ी स्वतंत्रता दें ताकि वह अपनी जिंदगी का फैसला खुद ले सके।

7. अनुशासन सिखाएं

एक अच्छा जीवन जीने के लिए अनुशासन सबसे जरूरी है। अनुशासन में रहते हुए व्यक्ति की पहचान ही सबसे अलग होती है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका बच्चा आत्मनिर्भर बने तो बच्चे को अनुशासन सिखाएं ताकि वह समय पर काम कर सके।

8. धन का महत्व समझाएं

अक्सर बच्चों में पैसों को लेकर ज्यादा समझ नहीं होती है। वे छोटे होते हैं इसलिए उन्हें पैसों की महत्वता भी नहीं मालूम होती है। बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सबसे जरूरी है कि उन्हें धन का महत्व समझाएं और उसे पैसे बचाने और खर्च करने के बारे में सिखाएं।

9. समय का सदुपयोग सिखाएं

बच्चों को समय का महत्व बताएं। उन्हें सिखाएं की समय पर काम करना कितना जरूरी है। बच्चे को समय का सदुपयोग सिखाएं ताकि वह समय पर काम कर सके।

10. आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करें

अक्सर माता-पिता बच्चों के हर काम खुद करते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी काम होते हैं जो बच्चों को खुद करने चाहिए। अगर आप बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है तो उन्हें खुद का ख्याल रखना सिखाएं। इस तरह बच्चे को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करें ।

इन बातों का रखें ध्यान

1. बच्चे को आत्मनिर्भर बनाने में समय लगता है। धैर्य रखें और बच्चे को प्रोत्साहित करते रहें।
2. हर बच्चे की क्षमता अलग होती है। बच्चे की क्षमता के अनुसार उसे जिम्मेदारियां दें।
3. बच्चे की गलतियों को सुधारें, लेकिन उसे डाटे नहीं।बच्चे को प्यार और स्नेह दें।


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भावना चौबे

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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