Identifying Authentic Kaju Katli : काजू कतली बेहद स्वादिष्ट और लोकप्रिय मिठाई है। दिवाली जैसे ख़ास मौके पर इसे खूब खाया-खिलाया जाता है और गिफ्ट में भी दिया जाता है। मुख्य रूप से काजू और चीनी से बनने वाली ये मिठाई आम तौर पर डायमंड शेप की होती है और इसे चांदी के वर्क से सजाया जाता है। ज़्यादातर लोगों को ये खूब पसंद आती है और पिछले कुछ समय में इसकी खपत लगातार बढ़ रही है। लेकिन, इसी दौरान मार्केट में नकली काजू कतली भी बड़े पैमाने पर पकड़ी जा रही है।
त्योहारों का मौसम आते ही बाज़ार सजने लगता है। मगर इसी बाज़ार में कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो दूसरों को ठगकर, नकली माल खपाकर अपनी जेबें भरते हैं। खाद्य विभाग द्वारा अक्सर ही छापामार कार्रवाई में नकली माल पकड़ाने की खबरें आम हैं। ऐसे में अगर आप भी कुछ ख़रीद रहे हैं तो ये ज़रूर सुनिश्चित कर लें कि वो सामान असली हो। यहां बात सिर्फ पैसों की नहीं, सेहत की भी है। ख़राब या मिलावटी खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य को भारी नुक़सान पहुंचा सकते हैं।
काजू कतली : स्वादिष्ट और लोकप्रिय मिठाई
काजू कतली का स्वाद हल्का मीठा, मुलायम और नट्स से भरा होता है। इसकी चिकनी और मखमली बनावट ख़ास स्वाद देती है। इस मिठाई में इसमें काजू और चीनी के साथ बहुत कम सामग्री होती हैं, लेकिन इनका संयोजन इसे बहुत स्वादिष्ट बनाता है। हमारे यहां त्योहारों, शादियों और विशेष अवसरों पर इसे ख़ास तौर पर बनाया जाता है। काजू में विटामिन E, B6, प्रोटीन और अच्छा फैट होता हैं, जिससे यह मिठाई स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक भी होती है।
मिलावटी-नकली काजू कतली की पहचान करने के तरीकें
अब बाजार में काजू कतली के कई फ्लेवर्स और वैरायटीज़ उपलब्ध हैं। बादाम काजू कतली, केसर काजू कतली, पिस्ता काजू कतली, चॉकलेट काजू कतली सहित कई अन्य तरह की वैरायटी आ चुकी है। ये ऐसी मिठाई है जो बच्चों से लेकर बड़ों तक को पसंद आती है। काजू जैसी प्रीमियम सामग्री इसे खास बनाती है। लेकिन इसे खरीदते हुए सावधानी रखनी जरूरी है। काजू कतली काफी महंगी मिठाई है इसलिए इसमें मिलावट या नकली होने की संभावना भी बहुत रहती है। इसीलिए जब आप काजू कतली खरीदें तो कुछ टेस्टिंग से पता कर सकते हैं कि वो असली है या नकली। नकली या मिलावटी काजू कतली की पहचान करने के लिए कुछ आसान तरीके हैं।
1. रंग पर ध्यान दें : असली काजू कतली का रंग हल्का सफेद या क्रीम होता है, जबकि मिलावटी या नकली काजू कतली का रंग अधिक चमकीला सफेद या पीलापन लिए हो सकता है। कभी-कभी इसमें अतिरिक्त सफेदी के लिए सफेद रंग भी मिलाया जाता है।
2. बनावट का परीक्षण : असली काजू कतली मुलायम, हल्की और मुंह में पिघलने वाली होती है। अगर कतली का टेक्सचर अधिक कठोर है या उसमें रबड़ जैसी बनावट है तो इसमें मिलावट होने की संभावना है।
3. स्वाद की पहचान : असली काजू कतली में काजू का स्वाद साफ महसूस होता है। नकली कतली में अक्सर आलू, मावा या अन्य स्टार्चयुक्त पदार्थ मिलाए जाते हैं, जिससे उसका स्वाद बदल जाता है और वह काजू के स्वाद से भिन्न होता है।
4. सुगंध : असली काजू कतली में प्राकृतिक काजू की हल्की सुगंध होती है, जबकि मिलावटी कतली में यह महक नहीं होती या उसमें कृत्रिम खुशबू का उपयोग किया जाता है।
5. चांदी का वर्क : असली काजू कतली में चांदी का वर्क प्रयोग होता है, लेकिन नकली या कम गुणवत्ता वाली कतली में एल्यूमिनियम या नकली वर्क का इस्तेमाल किया जा सकता है। चांदी का वर्क आसानी से टूटता नहीं है और उंगलियों में चिपकता भी नहीं है, जबकि नकली वर्क आसानी से टूट सकता है और उंगलियों में चिपकता है।
6. पानी में घुलने का परीक्षण: एक छोटा टुकड़ा काजू कतली का पानी में डालें। असली काजू कतली का टुकड़ा जल्दी ही पानी में घुल जाएगा, जबकि मिलावटी कतली पानी में देर से घुलेगी या गाढ़ा पदार्थ छोड़ सकती है।