Signature के इन गलतियों में करें सुधार, आप भी ला सकते हैं अपने करियर में बहार

जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। हस्ताक्षर(Signature) सभी के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक आदर्श हस्ताक्षर हमेशा आसान और रचनात्मक होना चाहिए, ताकि जब भी आप कलम अपने हाथों में उठाए, तो आप आसानी से अपने हस्ताक्षर कर सके। आपका सिग्नेचर आपके व्यक्तित्व और व्यवहार को भी दर्शाता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक भी सिग्नेचर हमारे जीवन  और हमारे करियर के लिए बहुत जरूरी होता है। आपका सिग्नेचर आपके करियर में आपको आगे भी ले जा सकता है और आप भी ऑटोग्राफ देने लायक बन सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक आपके सिग्नेचर में की गई कुछ गलतियां आपके जीवन में काफी बुरे प्रभाव भी दिखा सकती है।

यह भी पढ़े…. कौन सा निवेश है आपके भविष्य के लिए बेहतर, जाने FD Rates पर बड़ी अपडेट

यदि आप अपने सिग्नेचर को घटते क्रम  में लिखते हैं, तो ऐसा करना बंद कर दें, क्योंकि इससे आपके career में डाउनफॉल हो सकता है। इसलिए हमेशा अपने हस्ताक्षर को बढ़ते क्रम में रखा करें, ताकि आप अपने जीवन में भी हमेशा आगे बढ़ते रहें। अपने सिग्नेचर को स्पष्ट रूप से करें, ताकि कोई भी इसे आसानी से समझ सके। हस्ताक्षर का आकार और साइज सही ना हो, तो यह आपके लिए सही साबित नहीं हो सकता। इसलिए सही साइज को रखना बहुत जरूरी है। अक्षर का पहला अक्षर एक व्यक्ति के व्यवहार को बतलाता है, इसलिए सिग्नेचर के पहले अक्षर को हमेशा बड़ा रखने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही साथ कभी भी सिग्नेचर को अंडरलाइन किए बिना ना छोड़े और अक्षरों को खुला भी ना छोड़े। सिग्नेचर को अल्प विराम (full stop) के  साथ खत्म करना भी सही नहीं माना जाता, इसलिए आखरी में दो डॉट(..)या  फिर एक स्माइली बना दे।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"