Makar Sankranti 2024 : मकर संक्रांति हिन्दू पंचांग में पौष माह की शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाई जाती है, जब सूर्य ग्रह मकर राशि में प्रवेश करता है। यह संक्रांति हर साल 14 या 15 जनवरी को होती है। इसे पूरे भारत में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। बता दें कि इस दिन लोग सूर्य देव की पूजा करते हैं, इसे सूर्योत्सव के रूप में मनाते हैं। यह दिन धार्मिक, समाज में एकता और परंपराओं का महत्त्वपूर्ण पर्व है। इस दिन अनेक स्थानों पर लोग गंगा, यमुना, गोदावरी जैसी पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दान-पुण्य करते हैं। वहीं, इस साल मकर संक्रांति पर शुभ योग बन रहे हैं, इस मुहूर्त पर पूजा-अर्चना करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होगी। आइए जानते हैं विस्तार से…
इन योगों का हो रहा निर्माण
- रवि योग का निर्माण सुबह 08:07 पर हो रहा है।
- वरीयान योग का निर्माण रात 11:11 मिनट तक होगा।
- बव और बालव करण का निर्माण दोपहर 03:35 मिनट तक है।
शुभ मुहूर्त
मकर संक्रांति का पुण्य काल सुबह 06 बजकर 41 मिनट पर शुरू होकर शाम 06 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी जबकि महा पुण्य काल सुबह 06 बजकर 41 मिनट पर शुरू सुबह 08 बजकर 38 मिनट पर समाप्त होगा।
करें ये काम
- मकर संक्रांति के दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद सूर्य देव के मंत्र ‘ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः’ का जाप करना चाहिए। इसके साथ ही इस स्थान पर तीन बार परिक्रमा करें, इससे करियर में तरक्की होगी।
- इस दिन गुड और तिल से बने लड्डू का भोग लगाना चाहिए। साथ ही सबसे बांटकर खाना सही माना जाता है क्योंकि इससे रिश्ते में मिठास आती है।
- इस दिन तांबा, गुड़, तिल, लाल रंग के फूल, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए। इसके अलावा, आप काले वस्त्र का भी दान कर सकते हैं, जिससे शनि दोष दूर होगा।
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