नवरात्रि के नौ दिन मां की आराधना के लिए विशेष होते हैं, ऐसे में कई घरों, धार्मिक स्थानों व संस्थानों पर मां के नाम की अखंड ज्योत भी जलाई जाती है, जो नौ दिनों तक निरंत जलती रहती है। कहा जाता है कि अखंड ज्योत जलाने से धर्म और भक्ति बनी रहती है और साथ ही नकारात्मकता हावी नहीं होती। इसके अलावा नवरात्र में अखंड ज्योत जलाने के कई अन्य महत्वपूर्ण कारण हैं जिन्हें जानने के बाद आप भी इस नवरात्र पर अपने घर में अखंड ज्योत जरूर जलाएंगे, तो आईए जानते है इसकी कुछ खास बातें और विशेष महत्व-
नकारात्मकता होती है दूर
नवरात्र के दौरान घर में शुद्ध देसी घी की ज्योत जलाने से घर में सकारात्मकता बढ़ती है और नकारात्मक शक्तियों और प्रभावों का नाश होता है। इससे घर के संकट, लड़ाई-झगड़े और बीमारियों में कमी आती है।
विद्या प्राप्ती के लिए शुभ होता है
नवरात्र के दिनों में जिन घरों में देवी पूजन हो रही हो वहां विद्यार्थियों को अखंड ज्योत जलानी चाहिए। इससे उनकी शिक्षा बेहतर होगी और दिमाग पर सकारात्मक असर होगा। नवरात्र में विद्यार्थियों के लिए घी का दीपक जलाना शुभ रहता है। रोज ज्योत में घी डालें और नियमित तौर पर पूजा करें इससे बुद्धि पर भी सकारात्मक असर होगा।
बनते हैं बिगड़े काम
नवरात्र के दौरान सरसों के तेल की अखंड ज्योत जलाने से देवी प्रसन्न होती हैं। इससे शुभ कार्य सिद्ध होने लगते हैं। ऐसा करने से पितृ भी शांत रहते हैं औऱ घर में समृद्धि बनी रहती है।
शनि के कुप्रभाव से मुक्ति
माना जाता है कि नवरात्र के दौरान पूजा घर में अखंड ज्योत जलाने से शनि का कुप्रभाव घर और घर के सदस्यों पर कम हो जाता है। इन दिनों में अखंड ज्योत जलाने से घर और घर वालों के बिगड़े काम बनने लगते हैं। इसके लिये घर में तिल के तेल की ज्योत जले तो यह ज्यादा प्रभावी होता है और बुरे समय में चल रहा शनि भी शुभ फल देने लगता है।
सांस और नर्वस सिस्टम के लिए है प्रभावी
घर में देसी घी का अखंड ज्योत जलाने से घर में रहने वालों के श्वास और नर्वस सिस्टम पर भी अच्छा असर होता है। रोज घी ये लगे ज्योत में सुबह और शाम को कपूर डालकर जलाया जाए तो उसकी खुशबू से हानिकारक बेक्टीरिया भी मर जाते हैं और इंसानों के फेफडे़ भी स्वस्थ होते हैं। कपूर की महक बहुत प्रभावी होती है।