International Women’s Day: महिलाओं की सुरक्षा के लिए खास हैं 3 सरकारी योजनाएं, मिलेंगी ये सुविधाएं

International Women’s Day: हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। ये दिन महिलाओं के समर्पित होता है। भारत समेत दुनिया भर महिलाओं के हो रहे अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं। देश में छोटी बच्चियों के लेकर बुजुर्ग महिलायें कोई भी आजकल सुरक्षित नहीं है। एक तरफ जहां लोग महिलाओं को सम्मान देते हैं। सरकार के अभियानों में समर्थन प्रदान करते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे गैर-समजीक तत्व भी हैं, जिनके कारण इंडिया में महिलायें खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करतीं। बावजूद इसके केन्द्रीय और राज्य सरकार देश की बेटियों, बहनों और माताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई योजनाएं (Government Schemes) चलाती हैं। जिनके तहत विभिन्न परिस्थितियों से गुजर रही महिलाओं को सहायता मिलती है। हम आपको ऐसे ही कुछ स्कीम्स के बारे में बताने जा रहे हैं।

उज्जवला स्कीम (तस्करी के बचाव के लिए)

यह भारत सरकार की विशेष योजना है, जिसे मिनिस्ट्री ऑफ वुमेंस और चाइल्ड डेवलपमेंट द्वारा शुरू की गई थी। इसे कमजोर और आबादी दोनों प्रकार के क्षेत्रों में महिलाओं की तस्करी रोकने के लिए शुरू किया गया था। इसके तहत तस्करी से पीड़ितों का बचाव, पुनर्वास और पुनर्निवेश को सक्षम किया जाता है। पीड़ितों को आश्रय, भोजन, वस्त्र, चिकित्सा, कानूनी सहायता और अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"