अलग-अलग हैं पीएफ अकाउंट तो उन्हें मर्ज करना ही बेहतर, जानिए कैसे बच सकता है ज्यादा टैक्स

Amit Sengar
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PF Account : बीते कुछ समय में अगर आपने भी बार बार नौकरियां बदली हैं। और, नौकरी बदलने के बाद हर बार एक नया पीएफ अकाउंट खुलवाया है तो उसका नुकसान आपको जरूर समझ लेना चाहिए। ये एक ऐसा जरूरी काम है, जिसे करना सभी को याद नहीं रहता। बदले में ज्यादा टैक्स चुकाते रहना पड़ता है।

यूएएन नंबर की जरूरत

आपका जैसे ही पीएफ अकाउंट खुलेगा। आपको ईपीएफओ की तरफ से खास नंबर मिलेगा। इस नंबर को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर यानी कि यूएएन नंबर कहा जाता है। इसी नंबर से पीएफ के पूरे अकाउंट का मैनेजमेंट होता है। आप जब भी ज़ॉब बदलते हैं तो ये नंबर आपको अपने एम्पलॉयर को देना होता है। इस नंबर के आधार पर आपका नया पीएफ अकाउंट खुल सका है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”