साहित्यिकी : इन कविताओं से कीजिए नए साल का स्वागत

New Year 2023 : हम नए साल में प्रवेश कर रहे हैं और इस बार 1 जनवरी के दिन रविवार पड़ रहा है। तो अपने पढ़ने की आदत को दुरुस्त करने के लिए इससे अच्छा अवसर क्या हो सकता है। नए साल का स्वागत करते हुए हम आज पढ़ेंगे प्रसिद्ध कवि हरिवंशराय बच्चन और केदारनाथ अग्रवाल की एक एक कविता जो नूतन वर्ष पर ही आधारित है। तो आइये पढ़ते हैं ये कविताएं-

आओ, नूतन वर्ष मना लें / हरिवंशराय बच्चन

आओ, नूतन वर्ष मना लें!


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।