Parenting Tips: बच्चों का गाली-गलौज करना आजकल एक आम समस्या बन गई है। मीडिया में बढ़ती अभद्र भाषा के कारण बच्चों को संभालना माता-पिता के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है। अगर आपका बच्चा भी कभी-कभी अपशब्दों का इस्तेमाल करता है, तो परेशान होने की बजाय विशेषज्ञों की सलाह लेनी चाहिए। वे आपको ऐसे तरीके बता सकते हैं जिनसे आप अपने बच्चे को शांत और समझदारी से समझा सकते हैं। बच्चों को अच्छी भाषा का महत्व समझाना और उन्हें सकारात्मक उदाहरण पेश करना इस समस्या का समाधान ढूंढने में मददगार साबित हो सकता है।
बच्चे का पहली बार गाली देना माता-पिता के लिए बेहद परेशान करने वाला अनुभव होता है। ऐसे में गुस्सा आना स्वाभाविक है, लेकिन हमें शांत रहकर स्थिति को संभालना चाहिए। बच्चे को डांटने के बजाय, प्यार से समझाना ज्यादा कारगर होगा। अगर हम उस पर चिल्लाएंगे या डांटेंगे तो वह और जिद्दी हो सकता है और बार-बार गाली देने की कोशिश कर सकता है। हमें धैर्य रखते हुए उसे समझाना चाहिए कि गाली देना अच्छी बात नहीं है और इससे दूसरों को दुख पहुंचता है।
आप भी गाली-गलौज न करें
बच्चे की नकल करने की क्षमता बहुत तेज होती है। वे अपने आसपास के लोगों, खासकर अपने माता-पिता की हर बात को बड़े ध्यान से सुनते हैं और उनकी नकल करने की कोशिश करते हैं। इसलिए, अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा गाली न दे तो आपको खुद को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप उसके सामने कभी भी गाली-गलौज न करें। बच्चे को अच्छी भाषा का प्रयोग करते हुए सुनना चाहिए ताकि वह भी वही भाषा सीख सके। अगर बच्चा आपको गाली देते हुए सुनेगा तो वह आपकी सारी समझाइश को नजरअंदाज कर देगा और खुद भी गाली देना शुरू कर देगा।
बच्चे को प्यार और धैर्य से समझाएं
बच्चे को प्यार और धैर्य से समझाएं कि गाली देना गलत है और इससे दूसरों को दुख होता है। उसे बताएं कि जब हम किसी को गाली देते हैं तो लोग हमारे बारे में गलत धारणा बना लेते हैं और हमारी इज्जत कम हो जाती है। अच्छे शब्दों का इस्तेमाल करने से लोग हमारी तरफ आकर्षित होते हैं और हमारी बातों को गंभीरता से लेते हैं। उसे बताएं कि अच्छा व्यवहार करना जीवन में सफलता पाने का पहला कदम है। अच्छे लोगों के साथ दोस्ती होती है और लोग हमारी मदद करने के लिए आगे आते हैं। उसे उदाहरणों के साथ समझाएं कि कैसे अच्छे व्यवहार से जीवन में खुशी और शांति आती है।
कारण जानना बेहद जरूरी है
बच्चे के गाली देने के पीछे का कारण जानना बेहद जरूरी है। हमें यह पता लगाने की कोशिश करनी चाहिए कि उसने यह आदत कहाँ से सीखी है। शायद उसने यह किसी दोस्त, रिश्तेदार या फिर टीवी या इंटरनेट से देखा हो। हमें बच्चे को उस माहौल से दूर रखने की कोशिश करनी चाहिए जो उसे गलत शब्दों का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करता है। उसे समझाएं कि ऐसे माहौल में रहने से उसे नुकसान पहुंच सकता है और वह गलत रास्ते पर जा सकता है। जब बच्चे को सही और गलत का फर्क समझ में आ जाएगा तो वह खुद ही गाली देने से बचने की कोशिश करेगा।