भारत में अधिकांश लोगों के घर में करी पत्ता का पौधा पाया जाता है. करी पत्ते का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने में किया जाता है ख़ासकर इसका इस्तेमाल साउथ इंडियन डिशेज़ में किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि करी पत्ता न सिर्फ़ खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि सेहत के लिए भी फ़ायदेमंद होता है.
करी पत्ते में ऐंटिऑक्सीडेंट, विटामिन्स और कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो पाचन संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं. जैसे जैसे मौसम बदलता है वैसे वैसे इस पौधे की देखभाल करने का तरीक़ा भी हमें बदलना चाहिए.
करी पत्तों से लबालब भरा रहेगा पौधा (Plant Care)
अब सर्दियों का मौसम चल रहा है इस मौसम में करी पत्ते के पौधे की देखभाल करना थोड़ा सा मुश्किल हो सकता है. सर्दियों के मौसम में ठंडी ठंडी हवा और हवा में नमी की कमी के कारण पौधे की ग्रोथ रुक जाती है. वहीं गर्मियों के मौसम में ये बिना ज़्यादा देखभाल के ही ख़ूब बढ़ता है.
हालाँकि सर्दी के मौसम में सही से देखभाल करने और कुछ आसान टिप्स को अपनाने से सर्दियों के मौसम में भी यह पौधा ख़ूब बढ़ सकता है.
अगर आपको ऐसा महसूस हो रहा है कि सर्दियों के मौसम में आपके करी का पत्ता ज़्यादा बढ़ता, उसकी ग्रोथ रुक जाती है तो ऐसे में समय समय पर उसकी कटिंग करना बहुत ज़रूरी होता है. कटिंग करने से मुरझायी हुई पत्तियाँ हट जाती है और पौधे को अच्छे से बढ़ने में मदद मिलती है.
पर्याप्त धूप
करी पत्ते के पौधे को बढ़ाने के लिए उसे पर्याप्त धूप की रोशनी मिलना भी बहुत ज़रूरी है. इस बात का ध्यान रखें कि पौधे को कम से कम दिन में छह से सात घंटे की धूप ज़रूर मिले. धूप से पौधा स्वस्थ रहता है और नई पत्तियां भी उगती है.
शेल्टर
सर्दी के मौसम में ठंडी-ठंडी हवाओं से पौधों को बचाना ज़रूरी है. ऐसे में आप पौधों को शेल्टर में रख सकते हैं या किसी साफ़ कपड़े से ढककर भी रख सकते हैं. इससे न पौधा के लिए ठंडी हवाओं से बचा रहेगा बल्कि अच्छे से बढ़ेगा।
मल्चिंग करना
इसके अलावा मिट्टी का ध्यान रखना भी बहुत ज़रूरी है. पौधों को ठंड से बचाने के लिए मल्चिंग करना बहुत फ़ायदेमंद होता है. मल्चिंग से मिट्टी का तापमान स्थिर रहता है जिससे पौधों को गर्माहट मिलती है और जड़े ख़राब होने से भी बच जाती है. यह पौधों को ठंडी हवा से बचाकर, उसकी ग्रोथ को बनाए रखने में मदद करता है.