अमरुद के फलों में लग जाते हैं कीड़े, पौधों में डालें ये एक सफ़ेद पाउडर, बस 10 रुपये का आएगा खर्च

बहुत लोगों को घर में पेड़-पौधे लगाने का शौक़ होता है. अपने इसी शौक़ के चलते लोग घरों में अमरुद का पौधा भी लगाते हैं. लेकिन सही देखभाल के बावजूद भी अमरूद के फलों में कीड़े लग जाते हैं.

Bhawna Choubey
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अमरूद एक ऐसा फल है जिसे बच्चे और बड़े सभी पसंद करते हैं. गाँव में लोगों के घर बहुत जगह होती है, जिस वजह से वे लोग अपने घर के आस पास अमरूद के पेड़ लगाते हैं. वही शहर में रहने वाले लोग भी अपने गार्डन में अमरूद का पेड़ अवश्य लगाते हैं. अमरूद का पेड़ बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक अमरुद देता है.

पेड़ों में अमरूद ख़ासतौर पर सर्दी और बरसात के मौसम में पाए जाते हैं, लेकिन यह एक ऐसा मौसम है जिसमें कीड़े लगने की संभावना अधिक होती है. यही वजह है कि अमरूद के पेड़ में फल तो लगते हैं लेकिन उन फलों में कीड़े भी लग जाते हैं. इस समस्या की वजह से लोगों का ताज़े ताज़े अमरूद खाने का मज़ा किरकिरा हो जाता है.

अमरूद के पौधे की देखभाल (Plant Care)

ऐसे में कई बार लोग सोचते हैं कि घर में अमरूद का पेड़ लगाना बेकार है, लेकिन ऐसा नहीं है आज हम आपको इस आर्टिकल के ज़रिए कुछ ऐसी ट्रिक बताने जा रहे हैं , जिसकी मदद से आप अमरूद के फल में निकलने वाले लोगों को ग़ायब कर सकते हैं, और स्वादिष्ट और पौष्टिक पलों का आनंद ले सकते है.

चुनें का इस्तेमाल (Guava Plant Care)

कीड़ों को हटाने के लिए चूना बहुत फ़ायदेमंद होता है. यह पौधों के लिए एक कीटनाशक की तरह काम करता है. चूने का इस्तेमाल करने से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है, साथ ही साथ पौधों की वृद्धि भी होती हैं.

कैसे करें पौधों में मिट्टी का इस्तेमाल

इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको तो चुनें को पानी में घोल लेना है. इसके बाद आप इस खुले हुए पानी को किसी इस स्प्रे बॉटल में भर सकते हैं और कम से कम एक हफ़्ते में एक बार पौधों में इस पानी का छिड़काव ज़रूर करें.

इसके अलावा आप चुनें का पाउडर बनाकर मिट्टी में मिला सकते हैं. ऐसा अगर आप महीने में दो बार भी करेंगे, तो इससे अमरुद के फलों के अंदर और बाहर पाए जाने वाले कीड़े ख़त्म हो जाएंगे.

 


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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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