बनना चाहती हैं सबकी चहेती बहू, ये रहे सास-ससुर का दिल जीतने के आसान टिप्स

हर लड़की का सपना होता है कि शादी के बाद वह ससुराल में सबकी प्यारी बहू बने. एक ऐसी बहू, जिसकी तारीफ हर कोई करे और जो घर के माहौल में खुशी और सामंजस्य बनाए रखे. लेकिन यह आसान तभी हो सकता है जब आप अपने रिश्तों को समझदारी और प्यार से निभाएं.

Bhawna Choubey
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शादी हो जाने के बाद के रिश्ते निभाना एक बहुत ही बड़ी चुनौती होती है. आजकल यह और भी ज़्यादा मुश्किल हो चुकी है, शादी के बाद बदलती परिस्थितियों में बहू बनना और ससुराल के रिश्तों को निभाना हर एक लड़की के लिए बड़ी ज़िम्मेदारी है.

यह परेशानी तब और भी ज़्यादा बढ़ जाती है जब घर की बहू जॉब के कारण घर से बाहर रहती हो, या फिर घर और जॉब दोनों को साथ मैनेज करती हो. शादी के बाद हर लड़की है कि यही ख़्वाहिश होती है कि वह अपने ससुराल में अपनी अच्छी पहचान बना सके और अपने ससुराल वालों के दिल में अपनी जगह बना सके.

सास-ससुर का दिल जीतने के आसान टिप्स (Relationship Traits)

हालाँकि, शादी के बाद हर लड़की के लिए उसकी सास की दिल में जगह बनाना सबसे मुश्किल काम होता है. शादी की बाद की इस सफ़र को आसान बनाया जा सकता है , अगर सास और बहू के रिश्ते मज़बूत हो और इनके रिश्तों में मिठास हो.

जब एक बहू का अपनी सास के साथ रिश्ता मज़बूत बनता है, तो इसका असर पति-पत्नी के रिश्ते पर भी पड़ता है और उनका रिश्ता भी अपने आप मज़बूत हो जाता है.

सकारात्मक सोच

जीवन में किसी भी नए सफ़र की शुरुआत के लिए सबसे ज़रूरी है सकारात्मक सोच. शादी के बाद लड़कियों का अपना नया अध्याय शुरू होता है, उन्हें नया घर मिलता है नए लोग मिलते हैं, ऐसे में सकारात्मक सोच तो उनकी राह को आसान बना सकती है.

ख़ुद पर विश्वास रखना हर परिस्थितियों को आसान बना देता है. इससे न सिर्फ़ आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि नया जीवन ख़ुशहाल और संतुलित भी बना रहता है.

सभी का सम्मान

एक अच्छी बहू बनने की सबसे पहली निशानी है कि घर के सभी सदस्यों का सम्मान करना. चाहे वह इंसान आपसे छोटा है या बड़ा फ़र्क नहीं पड़ना चाहिए. अगर आपके ससुराल में आपसे कम उम्र के देवर या ननद है, तो आपको उन्हें अपने भाई बहनों की तरह ही रखना चाहिए. वही सास ससुर को भी माता पिता का दर्जा देना चाहिए.

ससुराल के रीति-रिवाज़ अपनाएं

हमारे घर और परिवार के अपने अलग अलग रीति-रिवाज़ होते हैं, अगर आपके ससुराल में रीति-रिवाज़ आपके मायके से काफ़ी अलग है, तो किसी भी हिचकिचाहट के अपने ससुराल वालों की रीति-रिवाज़ों को अपनाना चाहिए.

ससुराल के तौर-तरीक़ों को लेकर किसी को तुरंत मना करने से बचें और नई परंपराओं को खुली सोच के साथ स्वीकार करना सीखें.

रिश्तों को अपनाएं

शादी के बाद रिश्ते भी बढ़ जाते हैं, शादी के बाद कई पुराने रिश्तों में बदलाव भी आ जाते हैं. अक्सर माता-पिता अपने बेटे को लेकर सोचते हैं कि शादी के बाद बदल जाएगा, और अपनी पत्नी पर अधिक ध्यान देने लगेगा.

अगर आप घर की बहू है, तो आपकी ज़िम्मेदारी बनती है कि आप कभी भी अपने सास-ससुर को ऐसा महसूस न होने दें, कि आपके आने के बाद उनका बेटा बदल गया है और उन पर ज़्यादा ध्यान नहीं दे रहा है.

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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