प्रदूषण से हो सकती है एलर्जी की समस्या, इन 4 घरेलू उपायों से मिलेगी राहत, देखें यहाँ

Cold And Cough

कई लोगों को प्रदूषण से एलर्जी (Pollution Allergy) होती है। धूल-मिट्टी के संपर्क में आते ही छींक शुरू हो जाती है। कई लोग तो ऐसे होते हैं जिनकी एलर्जी गंभीर रूप ले लेती है। त्वचा में खुजली, जुकाम, गले में खराश और सिरदर्द जैसी परेशानियाँ होती है। इस समस्या को नज़रअंदाज़ करने की गलती कभी नहीं करनी चाहिए। आगे जाकर यह गंभीर बीमारी भी बन सकती है। हम आपको कुछ घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आपको प्रदूषण से होने वाली एलर्जी से राहत मिलेगी।

साफ-सफाई का रखें ख्याल

यदि आपको प्रदूषण से एलर्जी है तो अपने आसपास के एरिया को स्वच्छ रखें। कमरे की खिड़की, दरवाजे, सोफ़ा, बेडशीट और तकिया हमेशा साफ करते हैं। ऐसा करने से आप धूल, मिट्टी और गंदगी से दूर रह पाएगणगे और समस्या भी कम होगी।

बाहर जाते समय लगाएं मास्क

कोरोना काल के कारण मास्क लोगों की लाइफस्टाइल का एक हिस्सा बन चुका है। यह आपकी मदद प्रदूषण से बचाने में भी कर सकता है। जब भी घर से बाहर जाएं चेहरे पर मास्क लगाएं।

भाप लेना करेगा मदद 

यदि आपको प्रदूषण से समस्या होती है तो भाप लेना लाभदायक साबित हो सकता है। गर्म पानी में 4-5 बूंद पुदीने का तेल और नमक डाल कर भाप लें। ऐसा करने से हानिकरक बैकटेरिया का खात्मा होता है।

एयर फ़िल्टर का करें इस्तेमाल

एयर फ़िल्टर टेक्नोलॉजी के बेहतरीन देन है, जो आपको प्रदूषण से राहत दिला सकती है। घर में साफ हवा में सांस लेने के लिए आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको राहत भी मिलेगी।

(Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News इन बातों का दावा नहीं करता। विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News