Psychological Facts : मनोवैज्ञानिक तथ्य गहरे वैज्ञानिक अध्ययन और अनुसंधान का परिणाम होते हैं। ये हमारे व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद करते हैं और व्यक्तिगत, सामाजिक, व्यावसायिक जीवन में उपयोगी होते हैं। मनोवैज्ञानिक तथ्य हमारे सोचने, महसूस करने और प्रतिक्रिया देने के पैटर्न को उजागर करते हैं और इनके ज़रिए हम कई गहन बातों को समझ सकते हैं।
इन तथ्यों से हमें अपने और दूसरों के विचारों, भावनाओं और व्यवहार को समझने में मदद मिल सकती है। मनोवैज्ञानिक तथ्य हमें यह जानने का अवसर देते हैं कि हम कैसे सोचते हैं, क्यां महसूस करते हैं और विशेष परिस्थितियों में किस तरह प्रतिक्रिया देते हैं। इनसे संबंधों को मजबूत करने और दूसरों के दृष्टिकोण को समझने में भी मदद मिलती है।
हमारा दिमाग है सुपर कम्प्यूटर
क्या आप जानते हैं कि हमारा दिमाग नींद में भी सक्रिय रहता है, जिससे हमें सपने आते हैं। मानव मस्तिष्क हर चीज़ को पहचानने और नई चीज़ें सीखने का प्रयास करता है। वहीं, औसतन किसी नई चीज़ को दैनिक आदत बनाने में हमें लगभग 21 दिन लगते हैं। ऐसे कई तथ्य लंबी रिसर्च और अध्ययन के बाद प्राप्त होते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ दिलचस्प मनोवैज्ञानिक तथ्य बताने जा रहे हैं।
रोचक मनोवैज्ञानिक तथ्य
1. नकली और असली हंसी का फर्क मस्तिष्क समझ सकता है : जब आप किसी की नकली हंसी सुनते हैं तो आपका मस्तिष्क इसे पहचान सकता है और कम सकारात्मक प्रतिक्रिया देता है। हम खुद भी अपनी नकली और असली हंसी का अंतर महसूस करते हैं। असली हंसी के बाद एंडोर्फिन के कारण हल्का उत्साह पैदा होता है। यह दर्द के प्रति सहनशीलता को बढ़ाता है। दिखावटी हंसी से उतना अच्छा महसूस नहीं होता।
2. खुद को गले लगाना दर्द कम करता है : हम ये तो जानते हैं कि किसी के गले लगने से हमें बेहतर महसूस होता है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि खुद को गले लगाने से भी हमारी उदासी कम होती है। जब आप उदास या दर्द में हों, तो खुद को गले लगाना आपके मस्तिष्क में ऐसे हार्मोन जारी कर सकता है जो दर्द और तनाव को कम कर देते हैं।
3. आँखें सच बता सकती हैं : आंखें झूठ नहीं बोलती..ये सिर्फ कोई फिल्मी डायलॉग नहीं है। मनोविज्ञान भी इसका समर्थन करता है। अध्ययन के मुताबिक यदि कोई व्यक्ति आपकी बात से सहमत है या आपको पसंद करता है, तो उसकी पलकें सामान्य से अधिक बार झपकेंगी।
4. सपनों में अजनबी वास्तव में ‘अजनबी’ नहीं होते : कई बार हम सपने में कुछ ऐसे चेहरे देखते हैं, जो पूरी तरह नए होते हैं। लेकिन मनोविज्ञान करता है कि आपके सपनों में जो चेहरे दिखते हैं, वे वास्तव में आप पहले देख चुके होते हैं। हमारा मस्तिष्क नए चेहरे बनाने में असमर्थ होता है और वो पहले देखे गए चेहरों के आधार पर ही सपनों में देखे गए कथित अजनबी चेहरे बनाता है।
5. बहुत ज्यादा सोचने वाले लोग अधिक संवेदनशील : जो लोग “ओवरथिंकर” होते हैं मतलब बहुत ज्यादा सोचते हैं, वे अक्सर दूसरों के हावभाव और शब्दों के पीछे छिपे अर्थ को ज्यादा बेहतर ढंग से समझते हैं।
6. अंगूठे के पीछे उंगलियां छिपाना : अगर कोई व्यक्ति अपने अंगूठे को अपनी दूसरी उंगलियों के पीछे छिपाता है तो इसका मतलब है कि वह घबराया हुआ है।
7. चुंबन से स्ट्रेस कम होता है : जब दो लोग एक-दूसरे को Kiss करते हैं, तो इससे उनका रक्तचाप कम होता है और वे आराम महसूस करते हैं। चुंबन तनाव को कम करने के साथ-साथ एक-दूसरे के प्रति भावनात्मक संबंध को भी मजबूत करता है।
(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)