Psychological Tricks : 7 कमाल की मनोवैज्ञानिक ट्रिक्स, बन जाएंगे सबके फेवरेट

Psychological Facts

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मनोविज्ञान (psychology) कहता है कि लोगों के भाव और विचार भांपकर आप स्थितियों पर कंट्रोल और उनको प्रभावित कर सकते है। इसका ये अर्थ नहीं है कि हम किसी पर कंट्रोल करना चाहते हैं, लेकिन परिस्थितिनुसार व्यवहार कर हम एक बेहतर माहौल का निर्माण कर सकते हैं और सामने वाला भी हमारी बातों से खुश रहेगा। आज हम आपको ऐसी ही कुछ मनोवैज्ञानिक ट्रिक्स (psychological tricks) के बारे में बताने जा रहे हैं।

लोगों के बीच पॉपुलर होने के 8 सीक्रेट, हमेशा रहेंगे आकर्षण का केंद्र

  • कार्यस्थल पर लोगों के बीच समन्वय स्थापित करने और पॉपुलर होने के लिए पीठ पीछे लोगों/कर्मचारियों की प्रशंसा कीजिए। लोगों के पीछे कही गई बातें उनपर बहुत असर करती है और आप जो भी बात उनके पीछे कहेंगे वो निश्चित रूप से उन तक पहुंचेगी।
  • किसी बात के जवाब में ‘मुझे पता है’ कहने की बजाय कहिए ‘आप सही हैं’। इससे सामने वाले को लगेगा कि उसकी बात को महत्व दिया जा रहा है।
  • बजाय ये कहने के कि ‘क्या आपके पास कोई सवाल है’, कहिए ‘आपके मन में जो भी सवाल है उन्हें पूछिए’। वाक्य में शब्दों का थोड़ा सा हेरफेर बहुत मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालता है।
  • अगर आपको मुद्दे से ध्यान हटाना है या कोई बात बदलनी है तो उससे किसी ऑफिशियल नंबर या डाटा की बात कीजिए या फिर कोई पर्सनल सवाल पूछिए। बात के बीच में अचानक कहिए ‘मुझे याद आया आपकी बेटी की तबियत अब कैसी है’ या ‘आपके बेटे के एडमिशन का क्या हुआ’। इससे आप सामने वाले को बिना अहसास कराए टॉपकि बदल देंगे और उसे इन सवालों से अच्छा भी फील होगा।
  • अगर कोई संकोची या शर्मिली प्रवृत्ति का व्यक्ति अपनी बात कह रहा है तो उसकी आंखों में देखिए और उसकी बातों पर स्वीकृति में सिर हिलाकर समर्थन दीजिए। इससे उसे प्रोत्साहन मिलेगा और उस भीड़ में वो आपको सबसे अधिक महत्व देगा।
  • हर किसी से खुद होकर अभिवादन करिए। अगर आप ऑफिस में हैं तो पियून से लेकर अधिकारी तक सबको हैलो कहिए, किसी के घर गए हैं तो बच्चों से भी हालचाल पूछिए और किसी पार्टी में हैं तो होस्ट से लेकर वेटर तक सबके साथ अच्छे से पेश आइये।
  • लोग आपके सबसे ज्यादा कनेक्ट तब करते हैं जब वो देखते हैं कि आप उन्हें महत्व दे रहे हैं। किसी से भी बात करते समय उसे पूरी तरह इम्पॉर्टेंस दीजिए और उसकी बातों को ध्यान से सुनिए।

About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News