Relationship tips : शुरूआत में ही डिस्कस कर लें ये जरुरी बातें, अपना रिश्ता खुद डिजाइन करें

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। किसी भी रिलेशनशिप (Relationship) में हम सामने वाले से तो कई उम्मीदें रखते हैं। हमारी बहुत सारी इच्छाएं होती हैं। लेकिन क्या हम खुद ये जानते हैं कि हमारी खुद से क्या अपेक्षा है। हमें इस रिश्ते से क्या चाहिए। और हम इस रिश्ते का डिजाइन कैसा चाहते हैं। ये सुनने में अटपटा लग सकता है लेकिन हर रिश्ते की एक डिजाइन होती है और उसे हम ही ड्रॉ करते हैं। ये सबके लिए उसकी खुशी, आइडिया ऑफ जॉय, हालात और उम्मीदों के हिसाब से अलग अलग होता है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान हमें हमेशा रखना चाहिए। कुछ बेसिक्स सभी के लिए जरुरी है और अपने रिश्ते को शुरू करने से पहले इस बारे में दोनों पार्टनर को आपस में बात कर लेना चाहिए।

Relationship tips : आपको भी पाना है पार्टनर का अटेंशन, इन बातों को फॉलो करें

  • सबसे पहली बात है कमिटमेंट। किसी भी रिश्ते की नींव यही है कि दोनों एक दूसरे के लिए कितने कमिटेड हैं।
  • ये जरुर तय करें कि अगर सामने वाला शख्स आपके जीवन की प्राथमिकता है..तो आप भी उसके जीवन में वही स्थान रखें। कई बार प्रेम में हम अपनी ही स्थिति से समझौता करने लगते हैं और फिर बाद में इसका मलाल होता है। इसलिए ये बात तय कर लें कि आप उसके जीवन में उतने ही अहम होंगे, जितना वो आपके लिए हैं।
  • आपको कभी फॉर ग्रांटेड नहीं लिया जा सकता। इस बात को श्योर करें कि चाहें जो हालात हो..लेकिन आपके रिश्ते में इग्नोरेंस की कोई जगह नहीं होगी।
  • बातें हजार होती हैं लेकिन व्यवहार असल चीज है। शब्द से ज्यादा एक्शन बोलते हैं इसलिए सामने वाले के एक्शन या व्यवहार की पड़ताल करें। वो क्या कह रहा है इससे अहम है वो इसे कितना निभा रहा है। अच्छी बातों से ज्यादा सही व्यवहार जरुरी है।
  • प्रेम महत्वपूर्ण है लेकिन उससे भी पहले आता है आत्मसम्मान। दोनों का इस रिश्ते में समान ओहदा औ सम्मान रहेगा।
  • आजकल एक टर्म चल रही है ‘घोस्ट करना’..ये अक्सर देखा गया है कि एक पार्टनर बिना कुछ बताए थोड़े या लंबे समय के लिए गायब हो जाता है। ये बहुत तकलीफदेह स्थिति होती है जब आपको पता ही नहीं कि वो कहां है क्या कर रहा है। इसलिए पहले ही ये बात बता दें कि वो आपको घोस्ट नहीं कर सकता है।
  • इस बात का हमेशा ध्यान रखे कि अगर सामने वाला पॉकेट रिलेशनशिप चाहता है इसका मतलब साफ है कि वो इसे लेकर श्योर नहीं है। अगर रिश्ते को छिपाना चाह रहे हैं तो कहीं न कहीं मन में इसे लेकर कोई असमंजस है। एक स्वस्थ रिश्ता वही है जिसमें आपका साथी इसे पब्लिकली भी पूरी जिम्मेदारी से स्वीकारे और आपको अपना पार्टनर बताने में उसे कोई हिचक न हो।
  • रिश्ता दोतरफा होता है और जिम्मेदारियां भी। रिश्ते के साथ साथ व्यावहारिक और दैनंदिन दायित्वों को भी बराबर से निभाया जाना चाहिए।

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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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