नई दिल्ली , डेस्क रिपोर्ट । कोरोना महामारी कि तीसरी लहर पूरे देश में कायम है। इसी बीच मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में विद्यालयों को खोले जाने कि घोषणा कर दी जा चुकी है। हालांकि अभिभावकों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने में थोड़ी सी हिचकिचाहट है , किंतु उन्हें बच्चों के भविष्य कि भी चिंता है । कोरोना को भारत में आए 2 वर्ष पूरे हो चुके हैं और अब ओमीक्रोन पूरे देश में अपने पांव पसार चुका है। इसके लिए टीकाकरण अभियान भी जारी है, लेकिन अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाने की आवश्यकता है। ये खबर उन माताओं के लिए है , जो अपने बच्चे को स्कूल भेजने से डर रहीं है । यहां बच्चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे दिए गए हैं , जिसे अपने जीवनशैली में शामिल करने से आपके बच्चे का शरीर कोरोना से लड़ने के लिए तैयार होगा ।
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सुबह के नाश्ते का रखे खास ख्याल
सुबह का नाश्ता का बच्चो के स्वास्थ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और जो बच्चे अपने दिन की शुरुआत अच्छे भोजन से करते हैं, उनके पूरे दिन को भी स्वास्थ बनाया जा सकता है । एक भूखा बच्चा अक्सर कक्षा में एकाग्रता खो सकता है और भूख लगने पर अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ जैसे चिप्स या बिस्कुट का सेवन कर सकता है । हेल्थ को बैलेंस रखना बहुत जरूरी होता है । तथा हर दिन पौष्टिक और स्वस्थ नाश्ता बहुत महत्वपूर्ण है। अपने बच्चों को संतुलित नाश्ता परोसें जिसमें कुछ कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फाइबर शामिल हों। कार्बोहाइड्रेट शरीर के लिए ऊर्जा का एक तत्काल स्रोत प्रदान करते हैं, जबकि प्रोटीन से ऊर्जा कार्बोस के उपयोग के बाद शुरू हो जाती है। फाइबर से भरपूर खाना सदैव स्वास्थ के लिए लाभकारी होता है । सब्जी उपमा, पोहा, सेंवई उपमा, इडली अथवा डोसा सांभर और चटनी के साथ, दलिया जैसे रागी, रवा, और दूध के साथ जई, और मल्टीग्रेन ब्रेड या तो एक अंडा या सब्जी। नाश्ते के साथ पानी के अलावा एक अच्छा एनर्जी ड्रिंक भी बच्चे को देना लाभकारी साबित हो सकता है, जैसे कम वसा वाला दूध या ताजे निचोड़े हुए फलों के रस इत्यादि पेय पदार्थ । ध्यान रखे कि बच्चे के खाने में चीनी कि मात्रा कम हो ।
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हेल्थी टिफिन बॉक्स है जरूरी
अब बच्चे स्कूल जाएंगे तो लंच का डब्बा अपने साथ अवश्य लेकर जाएंगे। इसलिए बच्चे के लंच का भी खास ख्याल रखना जरूरी है । अक्सर अभिभावक जल्दी -बाजी में बच्चों को स्नैक्स या कोई झटपट बनने वाली चीज डिब्बे में पैक करके दे देते हैं । किंतु कोरोना महामारी के दौरान बच्चे के स्वास्थ्य का अत्यधिक ख्याल रखना अनिवार्य है घर से लेकर स्कूल में भी उनके खान-पान को उचित बनाए रखे । गेहूं के आटे से बनी रोटियां, हरी सब्जियां , सीजनल फल , दूध , दही, प्रोटीन युक्त भोजन ही बच्चे के टिफिन बॉक्स में देना लाभकारी साबित होगा। कुछ को चीज़ों को लंच बॉक्स में देने के परहेज रखना जरूरी होता है । डिब्बाबंद फलों के रस, आइस्ड जैसे सभी मीठे पेय चाय, और शीतल पेय (इनमें चीनी की मात्रा अधिक होती है और इससे बच्चों में वजन बढ़ सकता है और मौखिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं) , सूखे मेवे (फाइबर में कम और बच्चों के दांतों से चिपक सकते हैं जिससे दांत सड़ सकते हैं) , डेयरी डेसर्ट, चॉकलेट बार, और मूसली बार (वसा और चीनी में उच्च) , वसायुक्त और नमक प्राप्त करें निबंध खाद्य पदार्थ इत्यादि खाने कि सामग्री टिफिन बॉक्स में भरना आपके बच्चे के रोग प्रतिरोधक क्षमता को हानि पहुंचा सकती है ।
फलों -सब्जियों से मिलती के बच्चो को शारीरिक मजबूती
बच्चे के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए दवाइयों और अनेकों थेरेपी से ज्यादा लाभदायक घर में पड़े घर में पाए जाने वाले फल सब्जियां और मसाले ही काफ़ी होते हैं । लहसुन (Garlic ) , जो एक एंटीमाइक्रोबॉयल , एंटीफंगल प्रॉपर्टीज के साथ बच्चों को सर्दी- जुकाम और फ्लू जैसे लक्षणों से दूर रखता है । तथा इसमें अनेक पोषक तत्व और विटामिंस भी पाए जाते हैं, जो कि बच्चे के शरीर को मजबूत बनाने में सहायक होता है। तो वही नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाई जाती है जो कि बच्चों के ब्लड सरकुलेशन को सुधारने का काम करता है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। अदरक , फल , हरी सब्जियां इत्यादि कुछ ऐसी वस्तुएं हैं जो घर पर आसानी से प्राप्त हो जाती हैं तथा स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत ही लाभकारी भी होती हैं।