शांति और समृद्धि का प्रतीक है शमी का पौधा, सर्दियों में ऐसे करें देखभाल

Shami Plant: शमी का पौधा, एक सुंदर और शुभ माना जाने वाला पौधा है। यह अपने औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। यदि आप अपने शमी के पौधे को अच्छी तरह से विकसित करना चाहते हैं, तो यहां कुछ आसान टिप्स दिए गए हैं।

shami plant

Shami Plant: सनातन धर्म में पेड़-पौधों का विशेष महत्व है। ऐसे कई पेड़ पौधे होते हैं जिन्हें देवी-देवताओं का स्थान दिया गया है। इन्ही पौधों में से एक है शमी का पौधा। हिंदू धर्म में शमी के पौधे का विशेष महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि शमी के पौधे में भगवान शंकर का वास होता है। ऐसे में बहुत लोग अपने घर में शमी का पौधा लगाते हैं। लेकिन उसकी देखभाल अच्छे से नहीं कर पाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है कि आप पौधा तो लगा लेते हैं लेकिन उसकी देखभाल नहीं कर पाते हैं ऐसे में पौधा मुरझा जाता है या उसकी ग्रोथ नहीं हो पाती। कई बार लोग सभी पौधों की देखभाल एक ही तरीके से करते हैं, लेकिन यह समझना बहुत जरूरी है कि हर पौधे की देखभाल का ढंग अलग-अलग है। आज हम खासतौर पर शमी के पौधे के बारे में बात करेंगे। अगर आपने भी अपने घर में शमी का पौधा लगाया है लेकिन वह बार-बार सूख जाता है या उसकी ग्रोथ नहीं हो पाती है तो आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिन्हें अपनाकर आप अपने शमी के पौधे का खास ख्याल रख सकते हैं, तो चलिए जानते हैं।

शमी के पौधे की कैसे देखभाल करें

1. सही गमले का चयन करें

अपने शमी के पौधे के लिए एक उपयुक्त गमला चुनें जो न तो बहुत छोटा हो और न ही बहुत बड़ा हो। गमले में पानी निकालने के लिए छेद होना चाहिए ताकि जो ज्यादा पानी हो वो आसानी से बाहर निकल सके। आप प्लास्टिक के गमले की वजह मिट्टी के गमले का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि ये गमले हवा के संचार को बढ़ावा देते हैं।

2. सही मिट्टी का प्रयोग करें

अपने शमी के पौधे को अच्छी जल निकासी वाली रेतीली-दोमट मिट्टी में लगाएं। मिट्टी का पीएच 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए।

3. पानी दें लेकिन सावधानी से

शमी के पौधे को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन उसे अधिक पानी न दें। मिट्टी को छूकर देखें और अगर यह छूने में सूखी लगे तो ही उसे पानी दें। जलभराव से बचें क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं। गर्मियों में, आपको इसे अधिक बार पानी देने की आवश्यकता हो सकती है, जबकि सर्दियों में कम बार।

4. खाद डालें लेकिन संतुलित मात्रा में

अपने शमी के पौधे को साल में दो बार खाद दें, एक बार वसंत ऋतु में और एक बार मानसून के बाद। आप कंपोस्ट या वर्मीकम्पोस्ट जैसी जैविक खाद का उपयोग कर सकते हैं। खाद डालने से पहले मिट्टी को थोड़ा गीला कर दें ताकि पोषक तत्व आसानी से जड़ों तक पहुंच सकें। अधिक मात्रा में खाद देने से बचें क्योंकि इससे पत्तियां जल सकती हैं।

5. सही धूप दें

शमी का पौधा धूप पसंद करता है, लेकिन उसे पूरे दिन की तेज धूप पसंद नहीं होती है। उसे ऐसी जगह पर रखें जहां उसे सुबह की हल्की धूप या मीठी धूप मिलती हो। दोपहर के समय उसे तेज धूप से बचाएं।

6. नियमित रूप से छंटाई करें

अपने शमी के पौधे को स्वस्थ और आकार में रखने के लिए उसकी नियमित रूप से छंटाई करें। मृत, टूटी या रोगग्रस्त शाखाओं को हटा दें। आप स्वस्थ शाखाओं को भी थोड़ा काट सकते हैं ताकि पौधा घना और झाड़ीदार हो सके। छंटाई करते समय साफ और तेज कैंची का प्रयोग करें।

7. तापमान का विशेष ख्याल रखें

शमी का पौधा 18 से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में अच्छा रहता है। उसे अत्यधिक ठंड या गर्मी से बचाएं।

8. रोग और कीटों से बचाएं

अपने शमी के पौधे को कीटों और रोगों से बचाने के लिए उसकी नियमित रूप से जांच करें। यदि आपको कोई कीट या रोग दिखाई दे, तो जल्द से जल्द उनका उपचार करें। आप नीम का तेल या अन्य जैविक कीटनाशकों का उपयोग कर सकते हैं।

9. उचित स्थान चुनें

अपने शमी के पौधे को घर के अंदर ऐसी जगह पर रखें जहां उसे अच्छी हवा का संचार मिलता हो। उसे खिड़की के पास रखा जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि उसे सीधी धूप न लगे। आप इसे अपने बालकनी या बरामदे में भी रख सकते हैं, लेकिन उसे तेज धूप, ठंडी हवा और बारिश से बचाएं।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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