Silence Treatment in Relationship : चाहे रिलेशनशीप पति-पत्नी का हो या फिर बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड का, दोस्ती का हो या भाई-बहन का… हर रिश्ते का बेसिक बुनियाद भरोसा होता है। जिस रिश्ते में भरोसा नहीं होता वहां हमेशा इनसिक्योरिटी बनी रहती है। आपके मन में हर वक्त उस व्यक्ति को लेकर शक बना रहेगा और यही एक दिन आगे चलकर आपके रिश्ते के टूटने का कारण बन सकता है। जिस रिश्ते में विश्वास और भरोसा नहीं होता, वह रिश्ता धीरे-धीरे कमजोर चला जाता है। हालांकि, कुछ लोग समझदारी से भी इसे डील कर लेते हैं।
क्या है Silence Treatment?
रिश्ते को दोनों पार्टनर की तरफ से निभाया जाता है। ऐसे में कई बार पार्टनर की तरफ से आपको साइलेंट ट्रीटमेंट भी मिल सकता है। इस दौरान पार्टनर आपसे थोड़ा स्पेस बनाए रखेगा। ऐसा भी संभव है कि उस दौरान आपके पार्टनर के मन में आपके प्रति बहुत सारी चीज चल रही हो सकती है या फिर नाराजगी में उसके शब्द कड़वे ना निकल जाए, इसलिए भी वह साइलेंट हो सकता है। इस दौरान यह भी बहुत जरूरी है कि आप खुद को शांत रखें और जल्दबाजी में कोई भी प्रतिक्रिया न दें, बल्कि आपको यह जानने का प्रयास करना चाहिए कि आपका पार्टनर साइलेंट ट्रीटमेंट क्यों दे रहा है? आखिर इसके पीछे क्या वजह है? हो सकता है बातचीत करने से आप दोनों के बीच चल रही समस्याएं कम हो जाए।
ऐसे करें हैंडल
- रिलेशनशिप में कई बार ऐसे सिचुएशंस आते हैं, जहां इंसान को अपने इमोशंस कंट्रोल करने के लिए समय चाहिए होता है। इसके साथ ही, वह साइलेंटली सब कुछ करना चाहता है। इसलिए जरूरी है कि एक-दूसरे को थोड़ा स्पेस दे, ताकि किसी भी गंभीर मुद्दे पर शांत दिमाग से बातचीत कर उसका हल निकाला जा सके। इससे रिश्ते में दरार ना पड़ते हुए मजबूती आएगी।
- आपके पार्टनर से साइलेंट ट्रीटमेंट यदि आपको पसंद नहीं आ रहा है, तो बहुत ही शांत माइंड से बातचीत करने का प्रयास करें या कोशिश करें कि आप उन्हें यह बता सके कि उनके द्वारा यह व्यवहार आपको कितना इफेक्ट कर रहा है। साथ ही अपनी भावनाओं को उनके साथ शेयर करें। हो सकता है इससे आपके पार्टनर के अंदर बदलाव आ जाए।
- इससे भी ज्यादा जरूरी आपके लिए यह है कि आप अपने पार्टनर के साइलेंस की वजह जानने का प्रयास करें। ज्यादा साइलेंट रहना भी रिश्ते के लिए हानिकारक हो सकता है। यह आप दोनों को ही नकारात्मक दिशा में ले जा सकता है।
- कुछ लोगों का ह्यूमन नेचर साइलेंट रहना होता है। अगर आपका पार्टनर बार-बार साइलेंट हो जाता है, तो आपको यह समझ लेना चाहिए कि यह उनका बिहेवियर है और धीरे-धीरे आपको उनके इस स्वभाव को अपना लेना चाहिए।
- अधिकतर साइलेंस की वजह भावनात्मक तनाव से जुड़ी होती है। जब इंसान इमोशनली स्ट्रेसफुल होता है, तो वह बिल्कुल शांत हो जाता है क्योंकि उसे ऐसा महसूस होता है कि उसके शांत होने से अगर चीज सही हो सकती है, तो उसका शांत रहना ज्यादा जरूरी है। कई बार कुछ चीज दिमाग और दिल को इतना ज्यादा प्रभावित करती है कि वह बिल्कुल साइलेंट हो जाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि अपने पार्टनर को हर्ट ना करें।
- कई बार लोग गुस्से में आकर अपने सालों पुराने रिश्ते को तोड़ देते हैं, क्योंकि उनका गुस्सा इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि वह लड़ाई सुलझाने के बजाय अपने पार्टनर से बातचीत करना ही बंद कर देते हैं। ऐसे में साइलेंट ट्रीटमेंट एक तरफ से पार्टनर को इमोशनली मैनिपुलेट करने जैसा होता है, इससे रिश्ते बिगड़ सकते हैं।
- अगर आपको ऐसा लगता है कि आपके पार्टनर के साइलेंट ट्रीटमेंट की वजह आप है, तो आप सॉरी बोल सकते हैं। इससे आपका पार्टनर आपको माफ करके रिश्ते को अच्छे से निभा सकता है।
- कई मामलों में ऐसा भी देखा जाता है कि रिश्ते में एक पार्टनर की चुप होने पर दूसरा पार्टनर भी चुप्पी साध लेता है जो कि आप दोनों के लिए ही आगे चलकर मुसीबत बन सकती है। इसलिए बिल्कुल भी इस गलती को ना करें। अपने पार्टनर से ऐसे समय में भी बातचीत करते रहे।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)