Unique Traditions of the World : परंपराएं किसी भी समाज की संस्कृति और धर्म से जुड़ी हुई प्रथाएँ, रिवाज और आस्थाएँ होती हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित होती हैं। ये परंपराएं लोगों के जीवन के विभिन्न पहलुओं, जैसे उनके रीति-रिवाज, पर्व, विश्वास और संस्कारों में समाहित होती हैं। ये समय के साथ विकसित होती हैं और यह समाज की पहचान और संस्कृति को संरक्षित करने का एक माध्यम होती हैं।
दुनियाभर में कई तरह की परंपराएं है जो वहां के लोगों के सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं का प्रतीक हैं। उनमें से कई परंपराएं ऐसी भी हैं जो हमें अचरज में डाल सकती है। जैसे कि स्वीडन में मिड समर फेस्टिवल के दौरान लोग पेड़ों की शाखाओं से बने ‘मिड समर पोल’ के चारों ओर नाचते हैं। या जापान में एक परंपरा है जिसमें लोग अपने कंधे या सिर पर बांस की लाठी से हल्के से मारते हैं, जिससे शारीरिक और मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। इसे जापान की प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों से जोड़ा जाता है।
दुनिया की कुछ अनोखी और विचित्र परंपराएं
परंपराएँ किसी व्यक्ति और समाज की पहचान को दर्शाती हैं। वे समाज के सदस्यों को एकजुट करती हैं और उन्हें एक साझा संस्कृति से जोड़ने में अहम भूमिका निभाती हैं। हालांकि, कई बार कुछ परंपराएं ऐसी भी होती हैं जिनमें सुधार की ज़रूरत होती है। समय के साथ कई बार इनमें बदलाव और सुधार भी होते हैं। कई परंपराएँ धार्मिक आस्थाओं और रीति-रिवाजों पर आधारित होती हैं और कई सामाजिक मान्यताओं पर। आज हम आपको दुनिया के कई हिस्सों में होने वाली कुछ अनोखी परंपराओं के बारे में बताने जा रहे हैं।
1. डेनमार्क में, यदि आप 25 साल की उम्र तक अविवाहित रहते हैं, तो आपको कुर्सी से बांध दिया जाता है और आप पर दालचीनी फेंकी जाती है। यह एक मज़ेदार और अनोखी परंपरा है जिसे “सिनेमन ट्रैडिशन” (Cinnamon Tradition) के नाम से जाना जाता है। यदि कोई व्यक्ति 25 वर्ष की उम्र तक शादी नहीं करता है तो उसके दोस्त और परिवार वाले इसे हल्के-फुल्के मजाकिया अंदाज में मनाते हैं। उस व्यक्ति को कुर्सी या किसी खंभे से बांध दिया जाता है और फिर उसके ऊपर दालचीनी पाउडर छिड़का या फेंका जाता है।
2. स्पेन का ‘एल कोलाचो’ त्योहार (El Colacho Festival) हर साल जून में मनाया जाता है। यह एक अनोखी और पारंपरिक धार्मिक परंपरा है जिसमें पुरुष शैतानों के रूप में तैयार होकर गद्दों पर लेटे शिशुओं के ऊपर से कूदते हैं। इस परंपरा का उद्देश्य शिशुओं को पापों से शुद्ध करना और उन्हें बुरी आत्माओं से बचाना माना जाता है। एल कोलाचो का त्योहार एक धार्मिक उत्सव भी है, जिसमें कॅथोलिक धर्म के रीति-रिवाजों और प्राचीन परंपराओं का मिश्रण है। शिशुओं के ऊपर से कूदने का कार्य बुरी ताकतों को दूर करने के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
3. पापुआ न्यू गिनी में, जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो परिवार के कुछ सदस्य शोक प्रकट करने के लिए अपनी उंगलियां काट लेते हैं। यह प्रथा वहां की कुछ आदिवासी संस्कृतियों में प्रचलित रही है और इसे मृतक के प्रति गहरे सम्मान और दुख व्यक्त करने का एक तरीका माना जाता था। हालांकि, यह प्रथा अब बहुत कम देखने को मिलती है क्योंकि आधुनिकता और सरकारी कानूनों के प्रभाव के चलते ऐसी परंपराएं धीरे-धीरे समाप्त हो रही हैं। समय के साथ दुनियाभर में ऐसी प्रथाओं में परिवर्तन और सुधार आता जा रहा है।
4. पाकिस्तान में, मृत बिच्छुओं को धूम्रपान करना एक ऐसी प्रथा है जिसमें बिच्छू को पीसकर पाउडर बनाया जाता है और फिर इसे तंबाकू या चरस के साथ मिलाकर उपयोग किया जाता है। इसका प्रभाव लगभग 10 घंटे तक रहता है। यह प्रथा कुछ इलाकों में नशे के रूप में इस्तेमाल की जाती है, लेकिन यह अत्यधिक खतरनाक और स्वास्थ्य के लिए गंभीर हानिकारक हो सकती है।
5. थाईलैंड में फुकेट शाकाहारी महोत्सव (Vegetarian Festival) के दौरान धार्मिक लोग अपनी आत्मा को शुद्ध करने और देवताओं का सम्मान करने के लिए अपनी गाल, जीभ और शरीर को तेज वस्तुओं से छेदते हैं। यह परंपरा गहन भक्ति और आत्म-नियंत्रण का प्रतीक मानी जाती है। इस महोत्सव में भक्त कठोर तपस्या करते हैं और शाकाहारी भोजन का पालन करते हैं ताकि शारीरिक और आध्यात्मिक शुद्धि प्राप्त की जा सके। ये एक क्रूर प्रथा के रूप में देखी जाती है।
6. स्पेन का ला टोमाटीना उत्सव (La Tomatina) दुनियाभर में मशहूर है। इसमें लोग एक-दूसरे पर टमाटर फेंकते हैं। यह एक बड़ा आयोजन होता है जो मौज-मस्ती और उत्सव का प्रतीक माना है। इस उत्सव में स्थानीय लोगों के साथ दुनियाभर से आए पर्यटक भी बड़ी तादाद में भाग लेते हैं और एक-दूसरे पर टमाटर फेंककर इस उत्सव का आनंद उठाते हैं। यह आयोजन लगभग एक घंटे तक चलता है और इसके लिए विशेष रूप से पके हुए टमाटर लाए जाते हैं, जो सिर्फ इस त्योहार के लिए उपयोग किए जाते हैं।
7. ब्राज़ील में, विशेष रूप से सतर-मावे जनजाति के लोग एक अनोखी और साहसी परंपरा निभाई जाती है जिसे “बुलेट एंट ग्लव रिचुअल” कहा जाता है। यह परंपरा तब निभाई जाती है जब लड़के वयस्क होते हैं। इस प्रक्रिया में युवा लड़के ऐसे दस्ताने पहनते हैं जिनमें बुलेट चींटियाँ बुनाई के रूप में डाली जाती हैं। बुलेट चींटियां दुनिया की सबसे दर्दनाक डंक देने वाली चींटियां मानी जाती हैं। इनके डंक का दर्द इतना तीव्र होता है कि इसे “बुलेट शॉट” जैसा महसूस किया जाता है, इसीलिए इन्हें “बुलेट एंट” कहा जाता है।