Surya Dev : हिन्दू धर्म में सूर्य देव को ग्रहों का राजा माना गया है और उन्हें अर्घ्य देने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है। सूर्य देव को जल अर्पित करने से माना जाता है कि व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार होता है। सूर्योदय के समय सूर्य की किरणों में विटामिन डी होता है। इसके अलावा, सूर्य को अर्घ्य देने से मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है। यह दिन की शुरुआत को सकारात्मक बनाता है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको सूर्य देव को इन चीजों को मिलाकर जल अर्पित करने के बारे में बताएंगे, जिससे आप अपना जीवन सुख और शांति से बिता सके है। आइए जानते हैं विस्तार से…
लाल फूल
सूर्य देव को जल अर्पित करते समय तांबे के कलश में लाल रंग का फूल मिलाना शुभ माना जाता है। लाल रंग का फूल सूर्य देव का प्रिय होता है और इससे उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। लाल रंग को शक्ति, ऊर्जा और जीवन शक्ति का प्रतीक माना जाता है, जिससे जीवन में समृद्धि और सफलता मिलती है।
चावल
हिन्दू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा में चावल (अक्षत)nका विशेष महत्व है। अक्षत का अर्थ होता है “अखंड” या “पूर्ण,” और इसे शुभ- पवित्र माना जाता है। बता दें कि अक्षत को अखंडता का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इसे देवी-देवताओं को अर्पित किया जाता है। इससे घर में सुख-शांति और धनधान्य की प्राप्ति होती है।
रोली
सूर्य देव को रोली का अर्घ्य दें जोकि अत्यंत शुभ माना जाता है। रोली को शुद्धता और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसे सूर्य को अर्घ्य देते समय जल में मिलाने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। लाल रंग की रोली शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रोली का उपयोग सूर्य देव को अर्घ्य देते समय करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है, जिससे जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
हल्दी
सूर्य को अर्घ्य देते समय हल्दी मिलाने का विशेष महत्व है, क्योंकि हल्दी को पवित्र, शुभ और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे कई धार्मिक अनुष्ठानों में शुभ माना जाता है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, सूर्य को हल्दी मिलाकर अर्घ्य देने से विवाह में हो रही देरी या अड़चनें समाप्त हो जाती हैं। दांपत्य जीवन में मधुरता आती है।
मिश्री
सूर्य देव को अर्घ्य देने की प्रक्रिया में मिश्री का उपयोग भी शुभ माना जाता है। मिश्री को मिठास और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसे अर्घ्य में मिलाने से जीवन में सफलता और सौभाग्य के द्वार खुलते हैं। जल में मिश्री मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य देने से सफलता के मार्ग खुलते हैं और व्यक्ति के बिगड़ते काम भी संवर जाते हैं।
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