अध्ययन के बीच छोटे स्टडी ब्रेक लेने से बढ़ता है फोकस और एकाग्रता, जानिए ऐसे ही हैरत में डालने वाले मनोवैज्ञानिक तथ्य

Psychology

Psychological Facts : मनोविज्ञान वो विज्ञान है जो मानव व्यवहार और मानव मानसिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है। इसका मुख्य उद्देश्य मानव विकास, व्यक्तित्व, मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार के प्रति सूचना प्रदान करना है। मनोविज्ञान में मानव व्यवहार को लेकर अनेक शोध हुए हैं और उनमें कई रोचक बातें निकलकर सामने आई हैं। आज हम आपके साथ ऐसे ही कुछ दिलचस्प तथ्य साझा करेंगे।

मनोवैज्ञानिक तथ्य

  1. Practice self-compassion शोध से पता चलता है कि कठिनाई या विफलता के समय अपने प्रति दयालु और क्षमाशील होने से अधिक मनोवैज्ञानिक लाभ और लचीलापन प्राप्त हो सकता है।
  2. अपने जीवन के सकारात्मक पहलुओं के लिए नियमित रूप से कृतज्ञता व्यक्त करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। ये खुशी, बेहतर रिश्तों और समग्र कल्याण से जुड़ा हुआ है।
  3. गहरी साँस लेने का व्यायाम शरीर की विश्राम प्रतिक्रिया को सक्रिय करने, तनाव कम करने और शांति की भावना को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
  4. सफलता और सकारात्मक परिणामों की कल्पना करने से प्रेरणा बढ़ सकती है, आत्मविश्वास बढ़ सकता है और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शन में सुधार हो सकता है।
  5. सक्रिय रूप से सुनने का अभ्यास करना अच्छा है। बातचीत में शामिल होने पर अपना पूरा ध्यान देने और सक्रिय रूप से सुनने से संचार में सुधार होता है, समझ बढ़ती है और रिश्ते मजबूत होते हैं।
  6. अध्ययन के दौरान छोटे ब्रेक या वर्कआउट ब्रेक लेने से फोकस, उत्पादकता और समग्र प्रदर्शन में सुधार हो सकता है।
  7. यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करें। विशिष्ट, प्राप्य लक्ष्य निर्धारित करने से प्रेरणा बढ़ाने में मदद मिलती है और दिशा और उद्देश्य की भावना मिलती है।
  8. सकारात्मक पुष्टि की शक्ति का उपयोग करें। इसे दोहराने से नकारात्मक विचार पैटर्न को सुधारने और आत्मसम्मान को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।
  9. अपने आप को सकारात्मक लोगों से घिरा रखें। सामाजिक समर्थन और सकारात्मक रिश्ते बेहतर मानसिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण में योगदान करते हैं। उन लोगों के साथ समय बिताएं जो आपका उत्थान करते हैं और आपको प्रेरित करते हैं।
  10. सचेतनता का अभ्यास करें। वर्तमान क्षण की जागरूकता पैदा करने से तनाव को कम करने, फोकस बढ़ाने और समग्र मानसिक कल्याण में सुधार करने में मदद मिल सकती है।

(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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