Travel: अगर आप प्रकृति प्रेमी है तो आपके लिए असम एक स्वर्ग के समान है। पूर्वोत्तर भारत का यह खूबसूरत राज्य वन्यजीव अभयारण्यो का खजाना है। अगर आप भी उन्हीं लोगों में से हैं, जिन्हे नेचर काफी पसंद होता है तो फिर यह आर्टिकल आपके लिए है।
असम में आप सींग वाले गेंडे को देखना चाहते हैं या फिर अलग-अलग प्रकार के पक्षियों को यहां आपको सब कुछ देखने को मिलेगा। असम के वन्यजीव अभयारण्य न केवल वन्यजीवों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं बल्कि प्रकृति प्रेमियों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र है। यहां आप प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ को उठा सकते हैं और शांति का अनुभव कर सकते हैं।
काजीरंगा नेशनल पार्क
असम में वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी की बात हो और काजीरंगा नेशनल पार्क का नाम ना आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। गोलाघाट और नागांव जिले में स्थित यह नेशनल पार्क दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया है। काजीरंगा मुख्य रूप से एक सिंह वाले गेंडों के लिए जाना जाता है। यहां उनकी दुनिया में सबसे बड़ी आबादी पाई जाती है। इसके अलावा यहां हाथी, बाघ, जंगली भैंस और विभिन्न प्रकार के पक्षी भी पाए जाते हैं। ब्रह्मपुत्र नदी का पार्क से होकर बहना, इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देता है।
मानस नेशनल पार्क
असम में घूमने के लिए मानस नेशनल पार्क एक बेहतरीन जगह है। यह एक विश्व धरोहर स्थल है और बक्सा, चिरांग और कोकराझार जिलों में फैला हुआ है। मानस नेशनल पार्क घने जंगलों और घास के मैदान के लिए जाना जाता है। यह हिमालय की तलहटी में स्थित है और बंगाल टाइगर, पिग्मी हॉग, भारतीय हाथी और असम रूफ्ड कछुए जैसी कई दुर्लभ प्रजातियों का घर है।
गरमपानी वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी
असम के कार्बी आंगलोंग जिले में स्थित गरमपानी वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी राज्य के सबसे पुराने वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी में से एक है। लगभग 6.005 वर्ग किलोमीटर में फैली यह सैंक्चुअरी अपनी प्राकृतिक गरम झरनों और समृद्धि जैव विविधता के लिए जानी जाती है। यहां हाथी, तेंदुए और कई प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं। हालांकि, यह सेंचुरी क्षेत्रफल में छोटी है लेकिन असम की जैव विविधता को बचाने में इसकी अहम भूमिका है।