तुलसी की मंजरी में छुपा है सेहत का खजाना, सिर्फ खुशबू से मिलेगी सिर दर्द से राहत, जानें इसके फायदे और इस्तेमाल का तरीका

tulsi manjari benefits

Tulsi Manjari Benefits: तुलसी की पत्तियों में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है इसकी मंजरी भी भी कई सेहतमंद गुणों से भरपूर होती है। इसका इस्तेमाल करके कई समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। केवल इसकी खुशबू ही सिरदर्द और माइग्रेन जैसी परेशानियों से राहत दिला सकती है। तुलसी के मंजरी में एंटीबायोटिक, एंटीबैक्टीरियल गुण और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। इसमें फाइबर और ओमेगा एडिस भी मौजूद होते हैं। अलग-अलग समस्याओं के लिए इसका इस्तेमाल अलग तरीके से किया जाता है। आइए एक नजर तुलसी की मंजरी के फायदे पर डालें फायदे पर डालें-

वजन कम करने में मददगार

तुलसी के मंजरियों का इस्तेमाल करके आप वजन को भी काम कर सकते हैं खाली। इसमें मौजूद ओमेगा 3 एसिड फैट को बर्न करने में मदद करता है। तुलसी की मंजरी से आप काढ़ा या हर्बल टी बना सकते हैं। फाइबर्स भी इसमें मौजूद होते हैं, जिनका सेवन करने से जल्दी भूख नहीं लगती लगती नहीं लगती। सलाद और सूप में मिलाकर आप इसका सेवन कर सकते हैं।

इम्यूनिटी को करता है बूस्ट

इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी यह मदद करता है। जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है। गर्म पानी में मंजरी, अदरक, लौंग दालचीनी और काली मिर्च को मिलकर आप चाय बना सकते हैं। इसका सुबह-शाम सेवन कर सकते हैं।

सिर सर्द और साइनस से मिलेगा छुटकारा

तुलसी के मंजरी साइनस और माइग्रैन जैसी बीमारियों से राहत दिला दिला सकता है। मंजरी तुलसी के मंजरी को को कूटकर इसे नीलगिरी के तेल में मिलाकर सूंघें। ऐसा करने से से माइग्रेन, सिर दर्द और साइनस से राहत मिलती है।

त्वचा और बालों के लिए वरदान

तुलसी की मंजरी बालों और त्वचा के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है। तुलसी के मंजरियों को हल्दी और एलोवेरा में मिलाकर स्क्रब की तरह इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं तुलसी के पत्तों के साथ मंजरी को मिलाकर बनाए गए तेल का इस्तेमाल करने से से स्कैल्प इनफेक्शन और डेंड्रफ की समस्या कम होती है।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी  साझा करना है। MP Breaking News इन बातों की पुष्टि नहीं करता। विशेषज्ञों का सलाह जरूर लें।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News