Vastu Tips for Morning : हर सुबह व्यक्ति के लिए कुछ-ना-कुछ नया लेकर आता है। ऐसे में अपनी हर सुबह को खास बनाने के लिए आप तमाम तरह के उपाय करते होंगे। इसके लिए वो कुछ आदतों को रोज किए जाने वाले कामों में शामिल करता है। कुछ लोग सुबह उठकर किसी का चेहरा देखना पसंद करते हैं, तो कुछ अपने हाथों की रेखाओं को देखना पसंद करते हैं। लोगों का दिनचर्या उनके सुबह उठने की गतिविधि पर निर्धारित होती है। ऐसे में कई बार सुबह उठकर हम कुछ ऐसा कर जाते हैं, जिससे हमारा पूरा दिन खराब हो जाता है। जिसके कारण कई सारे नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं। जैसे- ऑफिस में लड़ाई, बॉस से अनबन, दोस्तों से मतभेद, परिवार में कलह जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं, जिससे आप सुबह उठकर बिल्कुल भी मत करें ताकि आपका दिन सुखमयी बना रहे।
ना करें ये काम
- सबसे पहले हम आपको बता दें कि सुबह उठते ही अपने हाथों को देखिए क्योंकि हाथ की हथेली में मां लक्ष्मी और मां सरस्वती विराजमान होती हैं। जिसके बाद मन से ही भगवान को याद करें या फिर सबसे अच्छा सुबह उठकर भगवान सूर्य के दर्शन करें। इससे आपका सारा दिन अच्छा गुजरेगा।
- यदि आप सूर्योदय होने से पहले ही उठ जाते हैं तो भगवान को याद करते हुए चांद का दर्शन करें। इससे भी बिगड़े काम बनने लगते हैं और धन- समृद्धि आना शुरू हो जाती है। वास्तू शास्त्र के अनुसार, ऐसा करना लाभदायी माना जाता है।
- सुबह नींद खुलने के बाद जानवरों की तस्वीरों को देखना अशुभ माना जाता है इसलिए अपने कमरे में खास कर अपने बेड के सामने ऐसी कोई ऐसी तस्वीर लगाने से बचें। इससे बेहतर आप अपने कमरे में भगवान, फूल- पत्ती, सिनारियो आदि भी लगा सकते हैं। जिससे आपके कमरे की रौनक भी बनी रहेगी।
- ये अवश्य याद रखें कि सुबह उठकर जूठे बर्तन नहीं देखें। इससे बचने के लिए सभी बर्तनों को रात में ही साफ कर लें।
- ऐसा कहा जाता है कि सुबह उठकर किसी और की परछाई नहीं देखना चाहिए। खास तौर पर पश्चिम दिशा की ओर तो बिल्कुल भी नहीं देखना चाहिए। ऐसा करने से नुकसान की संभावना रहती है।
- सुबह-सुबह उठकर आइना कभी नहीं देखना चाहिए। सुबह में आइने में खुद का चेहरा देखने से नेगेटिविटी आती है और काम खराब हो जाते हैं।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।