वीगनिज्म का सिद्धांत लोकप्रिय होने के बाद अब बढ़ रहा है वीगन स्किन केयर का ट्रेंड, जानिए क्या होते हैं वीगन ब्यूटी प्रोडक्ट्स

वीगनिज्म एक जीवनशैली है जो न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करती है, बल्कि यह पर्यावरण और पशु अधिकारों की रक्षा के लिए भी कार्य करती है। इसके पीछे नैतिकता, स्वास्थ्य और पर्यावरण का दृष्टिकोण प्रमुख है। वीगनिज़्म का सिद्धांत अब सिर्फ आहार तक सीमित नहीं रह गया है बल्कि ये ब्यूटी इंडस्ट्री में भी काफी प्रचलित हो रहा है। कई लोग ऐसे ब्यूटी प्रोडक्स्ट और स्किनकेयर उत्पादों का इस्तेमाल करने की तरफ बढ़ रहे हैं जिनमें न तो किसी पशु उत्पाद का प्रयोग हुआ है, न ही उनका किसी जानवर पर परीक्षण किया गया है।

Veganism Practice and Vegan Skin Care : पिछले काफी समय से दिनों वीगन (Vegan) होना एक नए ट्रेंड में शुमार है। वीगनिज़्म (Veganism) को देस विदेश में कई सेलिब्रिटी अपनी चुके हैं और आम लोगों के बीच भी इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है। ये एक ऐसा आहार और जीवनशैली है जिसमें किसी भी प्रकार के पशु उत्पादों का सेवन नहीं किया जाता है। इसमें सिर्फ मांस, मछली और डेयरी उत्पाद ही नहीं, बल्कि दूध, अंडे, शहद सहित तमाम ऐसे उत्पाद शामिल हैं जो पशुओं से उत्पन्न होते हैं।

वीगनिज़्म केवल आहार तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके समर्थक इसे नैतिकता, पर्यावरण और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी जुड़ा हुआ मानते है। वीगन आहार के साथ अब वीगन स्किन केयर भी काफी प्रचलन में है। ये उन उत्पादों और प्रथाओं को संदर्भित करता है जिनमें न केवल पशु उत्पादों का उपयोग नहीं होता, बल्कि जिनका परीक्षण भी जानवरों पर नहीं किया गया है। यह स्किनकेयर का एक ऐसा रूप है जो पर्यावरण और जानवरों के हित का सम्मान करता है।

वीगनिज्म क्या है

वीगनिज्म एक जीवनशैली और आहार का तरीका है जिसमें व्यक्ति पशु उत्पादों का सेवन नहीं करता। इसका मुख्य उद्देश्य जानवरों की भलाई, पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। वीगन लोग मांस, डेयरी, अंडे और अन्य पशु उत्पादों का सेवन नहीं करते। वे फल, सब्जियाँ, अनाज, नट्स और बीज खाते हैं। वीगनिज्म पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देता है, क्योंकि पशुपालन से होने वाले कार्बन उत्सर्जन और जल उपयोग को कम करने में मदद मिलती है। वीगनिज्म जानवरों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी काम करता है, जिसमें जानवरों के शोषण और दुर्व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाना शामिल है।

वीगनिज्म के मूल सिद्धांत

  1. नैतिकता: वीगनिज़्म का मुख्य सिद्धांत यह है कि सभी जीवों को सम्मान मिलना चाहिए और उनके प्रति क्रूरता नहीं की जानी चाहिए। वीगन लोग मानते हैं कि पशुओं का उपयोग करना और उन्हें मारना अनैतिक है।
  2. पर्यावरणीय प्रभाव: कई वीगन लोग मानते हैं कि पशुपालन पर्यावरण को नष्ट करता है, जैसे कि वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन और जल प्रदूषण। इसलिए वे अधिक टिकाऊ और पर्यावरणीय दृष्टि से सुरक्षित विकल्प चुनते हैं।
  3. स्वास्थ्य लाभ: कुछ लोग वीगन आहार को अपनाते हैं क्योंकि उनका मानना है कि यह हृदय रोग, मोटापा और मधुमेह जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। फलों, सब्जियों और अनाजों से भरपूर आहार स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है।

क्या है वीगन स्किन केयर

वीगन स्किन केयर का अर्थ उन उत्पादों से हैं जिनमें किसी भी प्रकार के पशु उत्पादों का उपयोग नहीं करते हैं। इसी के साथ ऐसे उत्पाद, जिनका पशुओं पर परीक्षण नहीं किया गया है। इसका मतलब है कि इन उत्पादों में न तो कोई जानवरों से प्राप्त सामग्री होती है, जैसे कि दूध, शहद और कोलेजन इत्यादि, और न ही इन्हें किसी जानवर पर परीक्षण किया गया है।

वीगन स्किन केयर के लाभ

  1. पारंपरिक स्किन केयर की तुलना में अधिक नैतिक: समर्थकों का कहना है कि वीगन स्किन केयर उत्पादों का उपयोग करने से आप पशु कल्याण का समर्थन करते हैं और ऐसे ब्रांडों को प्रोत्साहित करते हैं जो नैतिकता को प्राथमिकता देते हैं।
  2. प्राकृतिक अवयवों का उपयोग: वीगन स्किन केयर ब्रांड अक्सर प्राकृतिक और ऑर्गेनिक अवयवों का उपयोग करते हैं, जो त्वचा के लिए अधिक सुरक्षित और फायदेमंद माने जाते हैं।
  3. संवेदनशील त्वचा के लिए अनुकूल: वीगन उत्पादों में आमतौर पर कठोर रसायनों की कमी होती है, जिससे ये संवेदनशील त्वचा के लिए बेहतर होते हैं।

वीगन स्किन केयर में सामान्य अवयव

  • एलोवेरा: त्वचा को हाइड्रेट और शांत करने के लिए।
  • जोजोबा ऑयल: मॉइस्चराइजिंग के लिए और त्वचा की प्राकृतिक तेलों के समान।
  • विटामिन E: एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है और त्वचा की उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करता है।
  • नीम ऑयल: एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए।

कैसे पहचानें कि कोई उत्पाद वीगन है

  • लेबल की जांच करें: उत्पाद पर “Vegan” का लेबल होना चाहिए।
  • सामग्री सूची पढ़ें: सुनिश्चित करें कि इसमें कोई एनिमल डिराइव्ड सामग्री न हो।
  • परीक्षण की नीति: जांचें कि ब्रांड पशुओं पर परीक्षण नहीं करता है।

(डिस्क्लेमर : ये लेख सामान्य जानकारियों पर आधारित है। हम इसे लेकर कोई दावा नहीं करते हैं।)

 


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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