Gardening Tips: घर पर ही उगाना चाहते हैं केमिकल फ्री फल और सब्जियां, तो ऐसे करें ऑर्गेनिक गार्डनिंग

Gardening Tips: ऑर्गेनिक गार्डनिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बिना किसी रासायनिक उर्वरक या कीटनाशक के फल, सब्जियां और फूल उगाए जाते हैं। यह प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर खेती करने का एक तरीका है।

भावना चौबे
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Gardening Tips: गार्डनिंग करने का शौक बहुत लोगों को होता है। अपने इस शौक को बरकरार रखने के लिए कुछ लोग अपने घर का एक हिस्सा गार्डन के रूप में तब्दील कर देते हैं, तो वहीं कुछ लोग छत और बालकनी में तरह-तरह के पौधे लगाकर गार्डन बनाते हैं। घर पर सब्जी उगाना एक बहुत ही अच्छा विचार है। लोग गार्डन में तरह-तरह की सब्जियां उगाते हैं। क्योंकि आजकल बाजार में मिलने वाली हर सब्जी में किसी न किसी प्रकार का केमिकल जरूर पाया जाता है। बाजारों में में केमिकल का उपयोग सब्जियां, फूलों तथा फलों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता है। अगर आप घर पर ही सब्जी उगाना चाहते हैं या उगते हैं तो आपको ऑर्गेनिक गार्डेनिंग को अपनाना चाहिए। आज हम आपको इस लेख के द्वारा बताएंगे कि ऑर्गेनिक गार्डनिंग क्या होता है इसे कैसे किया जाता है और किस प्रकार इसमें सब्जी या फल उगाए जा सकते हैं।

क्या होता है ऑर्गेनिक गार्डनिंग

ऑर्गेनिक गार्डनिंग का मतलब होता है कि प्राकृतिक चीजों की मदद से गार्डनिंग करना, जिसमें किसी भी प्रकार का कोई भी केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बिना किसी रासायनिक उर्वरक या कीटनाशक के फल, सब्जियां और फूल उगाए जाते हैं। यह प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर खेती करने का एक तरीका है।

ऑर्गेनिक गार्डनिंग के क्या क्या फायदे है

  • स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों में रासायनिक पदार्थों की मात्रा कम होती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहतर होते हैं।
  • पर्यावरण के लिए फायदेमंद: ऑर्गेनिक गार्डनिंग मिट्टी, पानी और हवा को प्रदूषित नहीं करती है।
  • जैव विविधता को बढ़ावा देता है: ऑर्गेनिक गार्डनिंग मधुमक्खियों, पक्षियों और अन्य लाभकारी कीड़ों के लिए आवास प्रदान करता है।
  • मिट्टी की उर्वरता में सुधार करता है: ऑर्गेनिक गार्डनिंग मिट्टी में कार्बनिक पदार्थों को बढ़ाता है, जिससे मिट्टी की उर्वरता में सुधार होता है।
  • पानी की बचत करता है: ऑर्गेनिक गार्डनिंग में मिट्टी को नम रखने के लिए प्राकृतिक तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे पानी की बचत होती है।

    ऑर्गेनिक गार्डनिंग कैसे करें

मिट्टी की तैयारी: ऑर्गेनिक गार्डनिंग शुरू करने से पहले मिट्टी को अच्छी तरह से तैयार करना जरूरी है। मिट्टी में खाद, कम्पोस्ट और अन्य प्राकृतिक पदार्थों को मिलाकर मिट्टी को उपजाऊ बनाया जा सकता है।

बीज और पौधे का चयन: ऑर्गेनिक बीज और पौधे चुनें जो रासायनिक उर्वरकों या कीटनाशकों से उपचारित नहीं हैं।

पौधों की देखभाल: पौधों को नियमित रूप से पानी दें और उनकी देखभाल करें। खरपतवारों को हटाने और कीटों से बचाव के लिए प्राकृतिक तरीकों का इस्तेमाल करें।

कम्पोस्टिंग: घर के कचरे से खाद बनाकर आप अपनी मिट्टी को उपजाऊ बना सकते हैं।

ऑर्गेनिक गार्डनिंग एक स्वस्थ और पर्यावरण के अनुकूल तरीका है। यह आपको ताजे और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ प्रदान करता है और आपको प्रकृति के साथ जुड़ने का मौका देता है।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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