Tulsi: हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा हर घर में पाया जाता है। तुलसी के पौधे में माँ लक्ष्मी का वास होता है और यही कारण है कि इसे घर-घर पूजा जाता है। प्रतिदिन तुलसी में जल अर्पित करने और पूजा-पाठ करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तुलसी के भी दो प्रकार होते हैं। जी हाँ, एक को रामा तुलसी कहा जाता है और दूसरी को श्यामा तुलसी।
ऐसे में हर किसी के मन में यह सवाल आता है कि घर में कौन सी तुलसी लगानी चाहिए और कौन सी तुलसी अधिक शुभ और लाभकारी फल देती है। घर में तुलसी लगाने के कई फ़ायदे होते हैं, आपको बता दें, तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल कई तरह की दवाइयों में भी किया जाता है। तुलसी का पौधा नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है, और सकारात्मक उर्जा को अपनी तरफ़ आकर्षित करता है। ऐसे में यह जानना बेहद ज़रूरी है कि घर में रामा तुलसी लगानी चाहिए या फिर श्यामा तुलसी और इन दोनों में अंतर क्या है।

रामा और श्यामा तुलसी में क्या अंतर है?
जिस तुलसी का पौधा हरा होता है उसे रामा तुलसी कहा जाता है और जिस तुलसी का पौधा हल्का सा बैरंगी रंग का होता है उसे श्यामा तुलसी कहा जाता है। रामा तुलसी की पत्तियां हरी और स्वाद में हल्की मीठी होती है जो भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को प्रिय मानी जाती है। श्यामा तुलसी की पत्तियां स्वाद में तीखी व हल्की कड़वी होती है।
रामा तुलसी के फायदे
ज़्यादातर घरों में ही रामा तुलसी का पौधा लगाया जाता है, जिसकी पत्तियां हरे रंग की होती है। इस तुलसी के पौधे को श्री तुलसी और लकी तुलसी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में रामा तुलसी का पौधा लगा होता है वहाँ सुख-शांति और ख़ुशहाली बनी रहती है।
श्यामा तुलसी के फायदे
श्यामा तुलसी जिससे कृष्ण तुलसी भी कहा जाता है। रामा तुलसी की तुलना में इसका औषधीय महत्व अधिक माना जाता है। आयुर्वेद में श्यामा तुलसी का उपयोग विभिन्न रोगों के उपचार में किया जाता है, ख़ासकर काढ़ा बनाने और औषधीय गुणों से भरपूर दवाओं में। इस तुलसी का उपयोग स्वास्थ्य लाभ के लिए विशेष रूप से किया जाता है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।