Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में एक नहीं बल्कि अनेक ऐसे घूमने की जगह है जहां घूमकर न सिर्फ आपको प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलती है बल्कि उन जगह के बारे में कई अनोखी बातें जानने का मौका मिलता है। क्या आप जानते हैं मध्य प्रदेश में एक ऐसी जगह भी है जिसे खंडहरों का गांव कहा जाता है। जी हां, वो जगह और कुछ नहीं बल्कि मांडू है।
‘खंडहरों का गांव’ कहलाने वाला मांडू या जिसे मांडवगढ़ भी कहा जाता है वह अपनी खूबसूरती और अतीत की कहानियों के लिए सिर्फ मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में मशहूर है। रानी रूपमती और बादशाह बाज बहादुर की अमर प्रेम कहानी से जुड़ा यह ऐतिहासिक और खूबसूरत शहर पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। यहां घूमने के लिए भव्य महल, मस्जिद और किले हैं, जो इस बात के साक्षी हैं कि यह शहर कभी कितना समृद्ध और शक्तिशाली रहा होगा, जिसे आज खंडहरों का गांव कहा जाता है। इसी के साथ चलिए आज इस लेख के द्वारा मांडू से जुड़ी कई अनोखी और रोचक बातें जानते हैं।
जानें मांडू शहर की ये खास बातें
मध्य प्रदेश का मांडू शहर रानी रूपमती और बादशाह बाज बहादुर की अमर प्रेम कहानी के लिए प्रसिद्ध है। मांडू में मौजूद खंडहर आज भी उस दौर के गवाह है जब यह शहर शासको का केंद्र हुआ करता था।
मांडू शहर अपनी समृद्धि संस्कृति और वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है। इस शहर में करीब 12 प्रवेश द्वार है जिनमें से दिल्ली दरवाजा सबसे प्रमुख माना जाता है। मांडू के भव्य महल मस्जिद और किले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
मांडू का दिल्ली दरवाजा जिसका निर्माण 1405 से 1407 ई के मध्य हुआ था। यह दरवाजा न केवल शहर में प्रवेश का मार्ग था, बल्कि इसकी स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व के कारण भी यह मशहूर है।
अगर आप मांडू घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यहां आप रानी रूपमती का महल, हिंडोला महल, और जामा मस्जिद जैसे खूबसूरत स्मारकों को देख सकते हैं। इसके अलावा अशरफी महल भी यहां का एक प्रमुख आकर्षण केंद्र है। यहां मौजूद सभी इमारतें समृद्ध इतिहास और वास्तुकला का प्रमाण है।
मांडू शहर विद्यांचल की पहाड़ियों पर लगभग 2000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस शहर के चारों ओर प्राकृतिक सुंदरता है जो इसे एक शांत और खूबसूरत स्थान बनाती है। विद्यांचल की पहाड़ियों के बीच बसा यह शहर प्राचीन काल से ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है।
मांडू में स्थित नीलकंठ शिव मंदिर एक प्रमुख आकर्षण है जहां भक्त, भगवान शिव के दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर के पास में ही नीलकंठ महल भी स्थित है। यह महल शाह बदगा खान ने अकबर की हिंदू पत्नी के लिए बनवाया था।