World Environment Day 2023: पूरे ब्रह्मांड में धरती इकलौती ऐसी जगह है जो मानव के रहने के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है। अन्य ग्रहों की खोज जरूर हो गई है लेकिन वहां मानव बस्ती की बसाहट होने में सालों लग जाएंगे और ये हो पाएगा भी या नहीं ये कह पाना मुश्किल है। हालांकि, भले ही इंसान चांद तक पहुंच जाए लेकिन धरती मां की इस गोद में उसे जो सुकून मिलता है, वो उसे कहीं और नहीं मिल सकता।
पृथ्वी हमें जन्म देती है, हमारा पालन पोषण करती है, हमें संरक्षित करती है और एक मां की तरह यहां रहने वाले हर इंसान और जीव जंतु का ध्यान रखती है। जीवन जीने के लिए सबसे जरूरी चीज हवा हो या फिर पेट भरने के लिए भोजन सब कुछ हमें धरती से ही मिलता है।
पृथ्वी हमें जीने के लिए हर चीज दे रही है लेकिन आधुनिकता की और बढ़ता हुआ इंसान उसका दोहन करने में लगा हुआ है। अपनी सुख सुविधाओं के चक्कर में वो ये एहसास नहीं कर पा रहा कि वो इस पावन धरा को कितना प्रदूषण कर रहा है और कितना दुख पहुंचा रहा है। हर मानव का यह कर्तव्य है कि पॉल्यूशन के बढ़ते खतरे, बढ़ती जनसंख्या और ग्लोबल वार्मिंग जैसी चीजों पर ध्यान देकर पर्यावरण की सुरक्षा करें।
लोगों को उनका यही कर्तव्य याद दिलाने के उद्देश्य से हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। चलिए आज हम आपको इस खास मौके पर ऐसे पांच संकल्प बताते हैं, जो हर व्यक्ति को प्रकृति के संरक्षण के लिए अपने जीवन में जरूर लेना चाहिए, ताकि हमारा पर्यावरण संरक्षित हो और धरती हमेशा मानव के रहने के योग्य बनी रहे।
As we celebrate this year 5th June World Environment Day 2023, lets pledge to adopt environment-friendly habits and take one small step at a time to make a positive impact!
This is to wish all stakeholders in the fight against global warming & ecological challenges across the 🌎 pic.twitter.com/S2gmStCz9q
— Global Env. & Climate Conservation Initiative (@GlobalECCI) June 1, 2023
World Environment Day 2023 पर लें ये संकल्प
- अपनी सुख सुविधा के लिए हम हर जगह जाने के लिए वाहनों का सहारा लेते हैं। इनसे निकलने वाला प्रदूषण युक्त धुआं बहुत नुकसानदायक होता है। इंसानों, जानवरों, पेड़ पौधों सभी के लिए शुद्ध वायु बहुत जरूरी है। वाहनों से निकलने वाला धुआं इसे खराब करता है। इसके लिए ये जरूरी है कि पेट्रोल डीजल से चलने वाले वाहनों का उपयोग कम किया जाए और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा लिया जाए।
- हर घर से रोजाना गीला और सुखा कचरा निकलता है। इस कचरे को अगर कहीं भी डाल दिया जाए तो नदियां प्रदूषत होने के साथ ये जीव जंतुओं के लिए भी हानिकारक होता है। इसलिए ये जरूरी है कि घर से निकलने वाले सूखे और गीले कचरे को अलग अलग रखा जाए और इसे कचरा गाड़ी में ही डाला जाए।
- पेड़ पौधे प्रकृति के जीवनचक्र को गति देने का काम करते हैं। लेकिन आधुनिकता की दौड़ में अंधाधुंध पेड़ों की कटाई नुकसानदायक साबित हो रही है। इस वजह से ऑक्सीजन की कमी हो रही है, यही कारण है कि बिगड़ते मौसम चक्र को वजह से प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप देखा जा रहा है। इन सब से बचने के लिए जरूरी है कि पेड़ों की कटाई पर रोक लगाई जाए और ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण कर इस प्रकृति को संरक्षित किया जाए।
- प्लास्टिक और पॉलीथिन प्रकृति के लिए बहुत नुकसानदायक चीज है। ये एक ऐसी वस्तु है जो सालों तक खत्म नहीं होती और धरती की गोद को नुकसान पहुंचाती है। प्लास्टिक नष्ट नहीं होता और ये नदियों, तालाबों और मृदा में पहुंचकर इन्हें प्रदूषित करता है। इसलिए ये जरूरी है कि हर व्यक्ति प्लास्टिक पॉलीथिन का उपयोग करने की बजाय कपड़े या पेपर बैग का इस्तेमाल करे।
- संकल्प वह शक्ति है जिसकी सहायता से व्यक्ति बड़ा से बड़ा काम कर सकता है। इसलिए जरूरी है कि जीव जंतु, जल, धरती, मृदा और पेड़ पौधों को सुरक्षित रखने का हर व्यक्ति संकल्प ले, ताकि सभी के सही संतुलन के चलते प्रकृति का चक्र व्यवस्थित बना रहे।