Yoga Pose: मूड स्विंग पर नहीं हो पा रहा है आपका कंट्रोल, रोजाना 10 मिनट करें ये योगासन, मिलेगी मानसिक शांति

Yoga Pose: योगासन मूड स्विंग से निपटने का एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है। योगासन करने से तनाव और चिंता कम होती है, जिससे मूड में सुधार होता है।

Bhawna Choubey
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Yoga Pose: इस भागदौड़ वाली जिंदगी में हर दूसरा चौथा व्यक्ति डिप्रेशन और एंजायटी का शिकार हो रहा है। ऐसी स्थिति में मूड स्विंग जैसी समस्या भी देखने को मिलती है। मूड स्विंग आजकल एक आम समस्या बन गई है। यह तनाव, चिंता, अवसाद, हार्मोनल बदलाव, अत्यधिक काम, काम का दबाव, बिगड़ा हुआ रूटिंग आदि कई अन्य कारणों से हो सकता है। मूड स्विंग से निपटने के लिए कई तरीके हैं, जिनमें योगासन भी शामिल है।

योग को हमेशा ही सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। यह छोटी से बड़ी हर शारीरिक समस्या को ठीक कर देता है। आजकल ज्यादातर लोग शारीरिक समस्या से कम बल्कि मानसिक समस्या से ज्यादा ग्रस्त रहते हैं। मानसिक समस्या एक ऐसी समस्या है जिसमें दवाओं से ज्यादा आदतें काम करती है। आज हम आपको एक ऐसा योग बताने जा रहे हैं जिसे करने से मूड स्विंग जैसी समस्या से निजात पाया जा सकता है, इसी के साथ चलिए जान लेते हैं कि अगर आप भी मूड स्विंग जैसी समस्या से परेशान रहते हैं तो आपको कौन-कौन से योगासन करने चाहिए आप अपनी इच्छा और सुविधा अनुसार इन योगासन में से किसी एक योगासन को चुन सकते हैं और रोजाना इसे कर सकते हैं, तो चलिए जानते हैं।

योगासन कैसे मदद करते हैं?

योगासन शरीर और मन को शांत करते हैं। वे तनाव और चिंता को कम करते हैं, जिससे मूड में सुधार होता है। योगासन शरीर में रक्त प्रवाह को भी बेहतर बनाते हैं, जिससे मस्तिष्क को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की उचित आपूर्ति होती है।

मूड स्विंग के लिए कौन कौन से योगासन है बेस्ट

1. अनुलोम विलोम योग

1. किसी भी आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं।
2. दाहिने हाथ के अंगूठे से दाहिनी नाक के छिद्र को बंद करें।
3. बाएं नाक के छिद्र से धीरे-धीरे सांस लें।
4. जब आप पूरी तरह से सांस भर लें, तो दाहिने नाक के छिद्र को खोलें और बाएं नाक के छिद्र को बंद कर लें।
5. दाहिने नाक के छिद्र से धीरे-धीरे सांस छोड़ें।
6. इस प्रक्रिया को दोहराएं, इस बार बाएं नाक के छिद्र से सांस लेते हुए और दाहिने नाक के छिद्र से सांस छोड़ते हुए।
7. 5-10 मिनट के लिए इस प्रक्रिया को जारी रखें।

2. सूर्यनमस्कार

1. खड़े हो जाएं, पैरों चौड़ाई से अलग रखें।
2. हाथों को नमस्कार की मुद्रा में लाएं।
3. सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और सिर को पीछे झुकाएं।
4. सांस छोड़ते हुए आगे झुकें और हाथों को पैरों के पास लाएं।
5. सांस लेते हुए दाएं पैर को पीछे ले जाएं और बाएं घुटने को मोड़ें।
6. सांस छोड़ते हुए बाएं पैर को पीछे ले जाएं और दाएं घुटने को मोड़ें।
7. सांस लेते हुए छलांग लगाकर दोनों पैरों को आगे लाएं और हाथों को ऊपर उठाएं।
8. सांस छोड़ते हुए सिर को नीचे झुकाएं और हाथों को पैरों के पास लाएं।
9. सांस लेते हुए खड़े हो जाएं और हाथों को नमस्कार की मुद्रा में लाएं।

3. बालासन

1. घुटनों के बल बैठ जाएं।
2. नितंबों को एड़ियों पर रखें।
3. माथे को जमीन पर टिकाएं।
4. हाथों को शरीर के किनारों पर रखें।

भुजंगासन योग

1. पेट के बल लेट जाएं।
2. हथेलियों को कंधों के नीचे जमीन पर रखें।
3. सांस लेते हुए धीरे-धीरे छाती और सिर को ऊपर उठाएं।
4. कोहनी को सीधा रखें।
5. कुछ सेकंड के लिए इस मुद्रा में रहें।
6. सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे शरीर को नीचे लाएं।

योगासन करते समय इन बातों का रखें ध्यान

  • योगासन खाली पेट करें।
  • योगासन करते समय आरामदायक कपड़े पहनें।
  • योगासन धीरे-धीरे और सही तरीके से करें।
  • यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो योगासन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

    डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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