किसी दूसरी भाषा में सोचने से ले सकते हैं ज्यादा सही निर्णय, ये मनोवैज्ञानिक तथ्य जला देंगे दिमाग की बत्ती

मनोविज्ञान कहता है कि इंटरनेट पर अपराध के लगातार संपर्क में रहने से आप दुनिया में होने वाले अपराध की मात्रा को अधिक आंकने की संभावना रखते हैं। अगर आप शराब या किसी अन्य तरह के नशीले पदार्थ के प्रभाव में हैं तो आपका दिमाग आसानी से यादें नहीं बना पाता है।

Psychological facts

Psychological Facts : मनोविज्ञान एक शाखा है जो मानव मन और उसके व्यवहार का अध्ययन करती है। इसका उद्देश्य मानव विकास, मानव व्यवहार, और मानव मानसिक स्वास्थ्य की समझ में मदद करना है। मनोविज्ञान मन की प्रक्रियाओं, भावनाओं, विचारों और व्यवहार के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करता है। यह विभिन्न शोध और अध्ययनों के माध्यम से मानव मानसिक प्रक्रियाओं को विश्लेषण करता है और इसे समझने का प्रयास करता है। आज हम आपको रिसर्च और शोध से प्राप्त कुछ दिलचस्प मनोवैज्ञानिक तथ्य बताने जा रहे हैं।

मनोवैज्ञानिक तथ्य

  1.  आपके जीवन में कितने दोस्त हैं? क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी कितनी घनिष्ठ मित्रताएं या रिश्ते हो सकते हैं? शोध से पता चला है कि हमे अपने जीवन में 150 से अधिक संख्या वाले रिश्तों को निभाना मुश्किल होता है।
  2. सूचनाओं और घटनाओं की पुनरावृत्ति या दोहराने का मस्तिष्क पर वास्तविक प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह मस्तिष्क कोशिकाओं के बीच नए जुड़ाव की सुविधा प्रदान करता है।
  3. अगर आप अपने दिमाग को शांत करना चाहते हैं तो अपने विचारों को लिखना एक सही तरीका है। ये आपके मस्तिष्क को शांत करने और अच्छी नींद लाने का आसान तरीका है।
  4. यात्रा सिर्फ हमें आनंद और सुकून ही नही देती है। एक शोध के मुताबिक यात्रा करने से किसी व्यक्ति के अवसाद और हृदय रोग का शिकार होने की संभावना काफी कम हो सकती है।
  5. अकेलापन आपके स्वास्थ्य पर काफी नकारात्मक प्रभाव डालता है। कई बार ये आपको बीमार भी कर सकता है।
  6. क्या आपको अपने पहले टूटे रिश्ते का दर्द याद है? जब आपके घुटने में चोट लगी तो उस दर्द के बारे में आप क्या सोचते हैं? ये बात इसलिए क्योंकि शारीरिक दर्द की तुलना में भावनात्मक दर्द को याद करना बहुत आसान है और यह आपके व्यवहार बदलने के लिए भी एक बड़ा कारण हो सकता है।
  7. क्या नेटफ्लिक्स या अन्य चैनल पर क्राइम शो देखना आपका पसंदीदा काम है? मनोविज्ञान कहता है कि इंटरनेट पर अपराध के लगातार संपर्क में रहने से आप दुनिया में होने वाले अपराध की मात्रा को अधिक आंकने की संभावना रखते हैं।
  8. यदि आप अपने निर्णय सावधानी से लेना चाहते हैं तो उनके बारे में किसी अन्य भाषा में सोचें। किसी दूसरी भाषा में सोचने से आपको तर्कसंगत निर्णय लेने में मदद मिल सकती है।
  9. एक शोध के मुताबिक मनुष्य की ध्यान अवधि लगभग 20 मिनट की होती है।
  10. शराब और अन्य पदार्थों के प्रभाव में मस्तिष्क आसानी से यादें नहीं बना पाता है।

(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)

 


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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