यह सम्मान भरतनाट्यम नृत्यांगना और रंगमंच के कलाकार तनिष्का हतवलने, टीवी एक्ट्रेस शुभांगी अत्रे, क्रिकेटर सौम्या तिवारी, गोंडी भित्ति चित्र कलाकार ननकुसिया श्याम और एक्ट्रेस और सिंगर विभा श्रीवास्तव को दिया गया।
समन्वय भवन में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां पर मुख्य अतिथि के रूप में जर्नलिस्ट और राजनीतिक विश्लेषक गिरिजा शंकर और मध्यप्रदेश की जानी-मानी भील कलाकार भूरी बाई मौजूद रहीं।
पद्मश्री भूरी बाई ने कही ये बात
लोक कलाकार भूरी बाई ने कार्यक्रम के दौरान अपने संघर्ष के दिनों को याद किया। उन्होंने बताया कि वह मजदूरी करने के लिए भोपाल पहुंची थी। यहां पर कलाकार जे. स्वामीनाथन से उनका परिचय हुआ और उनकी भीली चित्रकारी को देखकर उन्होंने काम करने अवसर दिया और उन्हीं के मार्गदर्शन की वजह से वह देश और दुनिया में पहचानी जाती हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी इंसान की सफलता के पीछे संघर्ष सबसे बड़ी कड़ी होता है और महिलाओं को आज के दौर में अपनी जगह बनाना बहुत जरूरी है।
क्या बोले गिरिजा शंकर
इस अवसर पर पत्रकार गिरिजा शंकर उपस्थित लोगों को संबोधित करते नजर आए और अहिल्या सम्मान पाने वाली महिलाओं के परिजनों को भी इसका श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि आज के समय में हर कोई सैलरी और पैकेज के पीछे भागता है, ऐसे में कला, संस्कृति और खेल जैसे क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए प्रेरित करने वाले माता-पिता को सफलता का श्रेय जाता है। इस दौरान वो क्रिस्प की तारीफ करते हुए नजर आए।
इस दौरान उन्होंने अपने बचपन का किस्सा सुनाया और बताया कि जब वह 5 से 6 साल के थे और उनकी बड़ी बहन सिलाई सीखने के लिए जाया करती थी तो उन्हें साथ भेजा जाता था। लेकिन आज वह समय आ चुका है जब महिलाएं चांद पर पहुंच गई हैं और राष्ट्रपति पद भी उन्होंने हासिल कर लिया है।
क्रिस्प संचालक की जुबानी
इस दौरान क्रिस्प के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ श्रीकांत पाटिल ने कहा कि अगर इतिहास और संस्कृति को गौर से देखा जाए तो धन की देवी महालक्ष्मी है और विद्या की देवी सरस्वती हैं। दोनों ही महत्वपूर्ण विषय है और दोनों का केंद्र महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि नारी शक्ति को योजनाओं के जरिए मजबूती प्रदान की जाए। इस दौरान उन्होंने क्रिस्प की ओर से महिलाओं के लिए चलाए जा रहे कोर्स का जिक्र भी किया। इस कार्यक्रम के दौरान खाद्य सुरक्षा आयुक्त सुदामा पी खाड़े और आरजीपीवी विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील कुमार गुप्ता भी मौजूद थे।
अहिल्या सम्मान 2023 से सम्मानित महिलाएं
अहिल्या सम्मान पाने वाली क्रिकेटर सौम्या तिवारी की बात करें तो वह अंडर-19 क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं और हाल ही में वो T20 वर्ल्ड कप फाइनल की टॉप स्कोरर बनी हैं। वहीं नृत्यांगना तनिष्का कई इंटरनेशनल प्रोग्राम्स में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
शुभांगी अत्रे को फिलहाल भाभी जी घर पर हैं जैसे पॉपुलर सीरियल में अभिनय करते हुए देखा जा रहा है और वह लंबे समय से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम कर रही हैं। विभा श्रीवास्तव 60 से ज्यादा नाटकों में अपने अभिनय की छाप छोड़ चुकी हैं। ननकुसिया श्याम गोंडी भित्ति चित्र के जरिए मध्य प्रदेश का नाम पूरे देश के साथ विदेशों में भी रोशन कर चुकी हैं।