अशोकनगर, हितेंद्र बुधोलिया। जिस अशोकनगर जिले के गेहूं को उच्च गुणवत्ता के लिए देश भर में पहचान मिली है। उसी गेहूं को सरकारी खरीदी केंद्रों पर अमानक बता कर खरीदने से मना किया जा रहा है। 2 दिन से किसान अपनी शिकायत को लेकर परेशान हैं। कल रात मे किसान गेहूं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर कलेक्ट्रेट पहुँचे थे। मगर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। तो मजबूर होकर किसानों ने ट्रॉलीओं में भरे गेहूं को कलेक्ट्रेट के सामने ही सड़क पर फैला दिए। किसानों का गेहूं जब सड़क पर आया तो प्रशासन में हल्ला मच गया, भारी पुलिस फोर्स पहुंच गया। इसके अलावा तमाम सारे प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच चुके हैं।
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इस दौरान किसानों की पुलिस अधिकारियों से जमकर कहासुनी भी हुई है। मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक की समझाइश के बाद किसान अपने गेहूं भरने के लिए तैयार हुए। किसानों का कहना है कि उनके गेहूं को सफेद बताकर खरीदने से मना किया जा रहा है। जबकि गेहूं के सफेद होने का कोई भी मुद्दा कभी खरीदी के दौरान सामने आया ही नहीं।