अशोकनगर भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में कराया गया भर्ती, सिंधिया की सभा में नहीं हो पाएंगे शामिल

Pooja Khodani
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ashok nagar mla

Ashoknagar BJP candidate Jajpal Singh Jajji  :मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की सियासी सरगर्मियों के बीच अशोकनगर से बड़ी खबर सामने आई है। अशोकनगर भाजपा उम्मीदवार एवं मौजूदा विधायक जजपाल सिंह जज्जी की तबियत अचानक बिगड़ गई है, उन्हें जिला चिकित्सालय मे भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि सीने मे दर्द की शिकायत के बाद जज्जी को अस्पताल मे भर्ती करवाया गया है।

सीने में दर्द के चलते अस्पताल में भर्ती

जानकारी के अनुसार, सोमवार देर रात मे चुनाव प्रचार से लौटने के बाद से ही जज्जी की तबियत बिगड़ गई थी, हालांकि उन्होंने रात में डॉक्टर की सलाह से दवा ले ली थी, लेकिन सुबह अचानक फिर दर्द बढ़ने लगा जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बेहतर उपचार के लिए उन्हें भोपाल भेजने की तैयारी है। आज राजपुर क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा होने जा रही है, लेकिन खराब स्वास्थ्य की वजह से अब जज्जी उस सभा में शामिल नहीं हो पाएंगे और अभी वो कुछ समय तक किसी भी चुनावी कार्यक्रम से दूर रहेंगे।

भाजपा ने फिर जताया भरोसा

बता दे कि जजपाल सिंह जज्जी को सिंधिया समर्थक माना जाता है। साल 2018 में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से बगावत की तो कांग्रेस का साथ छोड़ने वालों में जजपाल सिंह जज्जी का नाम भी शामिल था, उनकी बगावत के बाद जब अशोकनगर सीट पर उपचुनाव हुए तो बीजेपी ने जज्जी को ही टिकट दिया और वे जीत गए थे और अब 2023 में एक बार फिर भाजपा ने जज्जी पर भरोसा जताया है।अशोकनगर विधानसभा सीट पर मतदान 17 नवंबर को होंगे और चुनावों के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।

                                                                         अशोकनगर से हितेन्द्र बुधौलिया की रिपोर्ट

अशोकनगर भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में कराया गया भर्ती, सिंधिया की सभा में नहीं हो पाएंगे शामिल अशोकनगर भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में कराया गया भर्ती, सिंधिया की सभा में नहीं हो पाएंगे शामिल


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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