CM Mohan Yadav : गरीबों की औकात बताने वाले मेरी सरकार में कलेक्टर तो हो ही नहीं सकते, बोले सीएम मोहन यादव

लोकसभा चुनाव प्रचार की इसी कड़ी में आज मोहन यादव अशोक नगर पहुंचे और जनता से रूबरू हुए। इस दौरान सीएम मोहन यादव ने भरे मंच से न केवल अपनी सरकार की संवेदनशीलता का उदाहरण प्रदर्शित किया।

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Mohan Yadav

CM Mohan Yadav : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव चुनाव प्रचार को लेकर प्रदेश भर के दौरे पर हैं। कभी छिंदवाड़ा कभी बालाघाट तो कभी अशोक नगर उद्देश्य केवल एक ‘अबकी बार 400 पार’। पीएम मोदी के 29 में से 29 सीटों पर जीत की गारंटी को पूरा करने के लिए मोहन यादव दिन रात एक करे हुए हैं।

विपक्ष पर साधा निशाना

लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान यादव कभी केंद्र सरकार की योजनाओं से मिल रहे लाभ को बतलाते हुए दिखते हैं तो कभी कांग्रेस और विपक्ष पर निशाना साधते हुए दिखाई देते हैं, कभी अपनी सरकार की उपलब्धियां बतलाते हुए नज़र आते हैं तो कभी सरकार की संवेदनशीलता का उदाहरण देते हुए नजर आते हैं।

अशोक नगर पहुंचे सीएम यादव

लोकसभा चुनाव प्रचार की इसी कड़ी में आज मोहन यादव अशोक नगर पहुंचे और जनता से रूबरू हुए। इस दौरान सीएम मोहन यादव ने भरे मंच से न केवल अपनी सरकार की संवेदनशीलता का उदाहरण प्रदर्शित कर दिया बल्कि बातों बातों में ही प्रशासन को दो टूक शब्दों में कार्यशाली और जनता के प्रति व्यवहार कैसा हो इस बात की सीख भी दे डाली।

हर किसी का सम्मान एक जैसा ही है-CM

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भरे मंच से कहा कि “यदि पूरे प्रदेश में कहीं भी कुछ भी गलत होता है तो सरकार कड़े से कड़ा कदम उठाने में पीछे नहीं हटेगी। अपनी बात कहते हुए यादव ने कहा कि हमारी सरकार में इंसान चाहे अमीर हो या गरीब हर किसी का सम्मान एक जैसा ही है”।

मुख्यमंत्री यादव ने शाजापुर कलेक्टर किशोर कान्याल का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे ही उन्हें मालूम हुआ कि कलेक्टर कान्याल द्वारा एक ड्राइवर से उसकी औकात पूछी गई है उन्होंने वैसे ही उन्हें कलेक्टर के पद से हटा दिया।

हमारी सरकार है संवेदनशील सरकार

इस वाकिये को याद करते हुए मोहन यादव ने कहा कि “गरीबों से उनकी औकात पूछने वाला कोई भी हो सकता हैं लेकिन मेरी सरकार में कलेक्टर नहीं हो सकता हैं”। यादव बोले हमारी सरकार एक संवेदनशील सरकार है और संवेदनशील सरकार सभी के सम्मान का ध्यान रखती है।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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