अशोकनगर| अमूमन समाज में परंपरा है किसी की मौत हो जाने पर बेटा मुखाग्नि देता है। बदलते परिवेश में अब बेटा ना होने पर लडकिया भी अपने माँ बाप की चिता को अग्नि देने लगी है। पर बेटे के होते कोई बेटी अपने पिता की चिता को अग्नि दे ये कम ही होता है। लेकिन अशोकनगर में यह नई सोच सामने आई है।
यहां महिला शाखा के टीआई केजी तिवारी की मौत के बाद आज उनकी बड़ी बेटी श्रद्धा ने अपने पिता को मुखाग्नि दी एवं अंतिम संस्कार की सारी विधि संपन्न कराई। टीआई के बेटे की मानसिक हालत ठीक ना होने से बेटी श्रद्धा खुद आगे आई एवं अपने भाई के स्थान पर पिता की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान उसका भाई श्मशान में मौजूद रहा एवं सांकेतिक रूप में अंतिम संस्कार की क्रिया में भाग लिया।
उल्लेखनीय है टीआई केजी तिवारी लंबे समय से बीमारी थे कल दोपहर में वह अपने घर के बाथरूम में मृत पाये गये थे।टीआई तिवारी की एक बेटा एवं तीन बेटियों में श्रद्दा सबसे बड़ी है।इसलिये उसने पुराने रिवाजो को तोड़ते हुये अपनी भाई की हालात को देखते हुये बेटे का फर्ज निभा कर अपने पिता को विदाई दी।इस अवसर पर पछाड़ीखेड़ा मुक्तिधाम पर जिले के पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत खुद उपस्थित रहे एवं जिला पुलिस की तरफ से टीआई तिवारी को श्रदांजलि दी। एसपी के अलावा sdop गुरुबचन सिंह,सुवेदार अखिलेश राय एवं टीआई कोतवाली उपेंद्र भाटी ने अपने साथी को अंतिम विदाई दी।