अशोकनगर| जिले के डूंगासरा गांव की पठार पर दो दिन पूर्व सम्पन्न हुये 1212 कुंडीय ब्रह्म यज्ञ की यज्ञशाला में अचानक आग लग गई।इस घटना में यज्ञशाला के करीब 75 फीसदी हिस्से में लगे बांस एवं बल्ली जल कर राख हो गये, अशोकनगर ईसागढ़, शाडोरा एवं गुना से पहुँची करीव आधा दर्जन से ज्यादा फायरब्रिगेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया है।बताया जा रहा है यज्ञशाला से लड़की एवं बांस निकालने का काम चल रहा था हवन कुंड के पास लगे दीपक से यह आग लगने की घटना होनी बताई जा रही है।घटना की सूचना मिलते ही adm अनुज रोहतगी एवं नईसराय एवं शाडोरा के तहसीलदार मौक़े पर पहुच गये। गनीमत रही कि इस घटना घास एवं लकड़ियों के जलने के अलावा कोई बड़ी हानि नही हुई।
बीती 3 तारीख को डूंगासरा में यज्ञ की समाप्ति हुई थी ।समापन के बाद यज्ञशाला बनाने बाले राजस्थान के ठेकेदार ने कल से ही यज्ञशाला में लगी लकड़ी की बल्ली एवं बांस निकालने का काम शुरू किया था।करीब 25 फीसदी यज्ञशाला को निकाल लिया गया था।आज सुबह करीब 9 बजे जब यज्ञशाला से समान निकाला जा रहा था तभी सुखी घास में अचानक आग की लपटें निकलना शुरू हो गई देखते ही देखते पूरी आग पूरे में फैल गई।प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हवन समाप्ति के बाद से ही महिलाएं यहां दीपक एवं आगरबत्ति लगा रही थी।ये आग इन्ही दीपक से लगी है।यज्ञ आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि राजस्थान के ठेकेदारों ने करीब 40 लाख की लागत का सामान यज्ञशाला के निर्माण में लगाया गया था ।इसमे से करीब 75 फीसदी ककी लकड़ी एवं बांस जल गये।