अशोकनगर।
अशोकनगर जिले के डूंगासरा गांव की पठार पर जनकल्याणार्थ चल रहा विराट ब्रम्ह महायज्ञ पर्यावरण संरक्षण के बड़े आयोजन में बदल गया।जिस निर्जन स्थान पर यज्ञ चल रहा है वहां कनक वाटिका की स्थापना की जाएगी।रामकथा के समापन से पूर्व मुख्य यजमान एवं उपयजमानो को कथाकार जगद्गुरु रामस्वरूपाचार्य महाराज एवं यज्ञ सम्राट सन्त कनकबिहारी महाराज ने पेड़ भेंट किये।
यज्ञ आयोजन समिति के सदस्य अमित रघुवंशी ने बताया कि इस कनक बिहारी महाराज की प्रेरणा से इस यज्ञ में धार्मिक कार्यक्रम साथ साथ पर्यावरण संरक्षण के लिये लोगो को जागरूक करना चाहते थे। समिति ने निर्णय लिया है कि यज्ञ समाप्ति के बाद डूंगासरा की पठार को हरा भरा किया जाएगा। जिस स्थान पर यज्ञशाला बनी है उसकी सभी 1212 वेदियों में पेड़ लगाने की योजना है। इस यज्ञ की स्मृति लंबे समय तक बनाये रखने के लिये कथाव्यास जगद्गुरू रामस्वरूपाचार्य महाराज की प्रेरणा से इसे कनक वाटिका के रूप में स्थापित की जाएगी।जिन पेड़ो को लगाया जाएगा उनमें पर्यावरण के सुधारने के लिये आंवला,पीपल,नीम, आम एवं जामुन के पेड़ आज वितरित किये गये।यज्ञ के मुख्य यजमान चौधरी गणेशराम रघुवंशी सहित उपयजमान संजय रघुबंशी खेजरा,ब्रजेन्द्र सिंह देपालखेड़ी,रघुवीर सिंह डूंगासरा ,अशोक सिंह महिदपुर को कनक बिहारी महाराज एवं रामस्वरूपाचार्य महाराज ने पेड़ भेंट किये।साथ ही यज्ञ में बैठ सभी लोगो को आगामी बरसात में यहां पेड़ लगाने का संकल्प दिलाया।
इस अवसर पर मौजूद रहे अशोकनगर विधायक जजपाल सिंह जज्जी ने बताया कि इस धार्मिक आयोजन की यह बड़ी बात है कि इससे लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक होंगे। उन्होंने कहा कि आज के समय मे पेड़ो की कमी से कई संकट सामने आये है। ऐसे में साधु संतों ने पर्यावरण संरक्षण का जो सन्देश दिया है, उससे पर्यावरण को लाभ होगा।विधायक श्री जज्जी ने कहा इस कार्य के लिये जरूरी सहयोग शासन स्तर से भी किया जाएगा।