अशोकनगर| अशोकनगर नगर पालिका परिषद के CMO शमशाद पठान का ट्रांसफर के आदेश शहर में सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा था। वायरल आदेश के बाद आनन फानन में नगरपालिका अध्यक्ष ने CMO को कार्यमुक्त भी कर दिया। जांच पड़ताल के बाद यह आदेश फर्जी पाया गया है। इस आदेश में चार अधिकारियों के साथ शमशाद पठान का स्थान्तरण जबलपुर जिले के मझौली में होना बताया जा रहा था। कुछ दिन पूर्व ही नपाध्यक्ष सहित नगर पालिका के अधिकांश पार्षदों ने CMO पठान के खिलाफ मोर्चा खोला था इस कारण यह तबादला आदेश सुर्खियों में था।
अशोकनगर विधायक जजपाल सिंह जज्जी ने बताया कि इस आदेश को लेकर उनकी नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह से बाद हुई है। मंत्री ने उन्हें बताया है कि उनके विभाग से ऐसा कोई आदेश जारी नही हुआ। प्रशासनिक अधिकारियों ने इस आदेश को असत्य बताया है। CMO शमशाद पठान अब इस फर्जी आदेश एवं उन्हें रिलीव करने के खिलाफ शिकायत करने वाले है कि आखिर फर्जी आदेश पर उन्हें रिलीव कैसे कर दिया।
23 तारीख की दोपहर को अशोकनगर शहर में यहां की नगरपालिका के सीएमओ शमशाद पठान के तबादला संबंधी आदेश को लेकर जोरों से चर्चाएं चली । यह चर्चा इसलिए थी कि 2 दिन पहले ही परिषद में सीएमओ को लेकर परिषद के जनप्रतिनिधि विरोध में आ गए थे। इसलिए प्रचारित किया जा रहा था कि सभी पार्षद एवं अध्यक्ष के विरोध के चलते यह तबादला हो गया है। मगर यह तबादला आदेश शुरू से ही संदेहास्पद दिख रहा था। जिस तरह की भाषा इस मे लिखी गई थी, सामान्यता तबादला आदेशों में ऐसी नहीं होती ।जिन चार लोगों को इस आदेश में स्थानांतरित बताया जा रहा था, उन्हें किन पदों पर स्थानांतरित किया है यह उल्लेखित नहीं था। ज्यादा बवाल बढ़ने पर क्षेत्रीय विधायक जजपाल सिंह जज्जी ने इस आदेश की वास्तविकता जानने के लिए विभागीय मंत्री जयवर्धन सिंह से फोन पर चर्चा की। मंत्री ने बताया कि इस तरह का कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया ,इसके बाद यह तय हुआ कि है आदेश पूरी तरह फर्जी है। फर्जी आदेश पर रिलीव हुए सीएमओ शमशाद पठान का कहना है, कि वह इस मुद्दे को लेकर आज कलेक्टर से मुलाकात करेंगे एवं उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराएंगे।