अशोकनगर के इस गांव में बिजली की समस्या के कारण मतदान का किया गया बहिष्कार

Shashank Baranwal
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MP Election 2023

MP Election 2023: अशोकनगर विधानसभा के सोनेरा गांव मे लोगों ने मतदान का बहिष्कार क है। वोटिंग खत्म होने तक यहां एक भी वोट नहीं डाला गया। इस गांव मे दो मतदान केंद्र है। सोनेरा, चक्क एवं बेरखेड़ी तीन गांवो में करीब 2200 वोट यहां है। बिजली समस्या के कारण ग्रामीणों ने मतदान का बहिस्कार किया है। गांव वालों ने कुछ दिन पहले ही गांव में बैनर लगाकर मतदान के बहिष्कार की घोषणा कर दी थी।

बिजली की समस्या के कारण किया बहिष्कार

इस दौरान सरकारी विभागों के कई अधिकारी ग्रामीणों को समझने के लिए आए थे कि वह मतदान करें। साथ ही उनकी समस्या के हल का आश्वासन भी दिया गया था। बीजेपी उम्मीदवार एवं विधायक जजपाल सिंह जज्जी भी ग्रामीणों के बीच पहुंचे एवं मतदान की अपील की। मगर मतदान नहीं किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि बीते 10 वर्षों से वह इसी तरह के आश्वासन के भरोसे हैं। मगर आज तक उनके गांव की बिजली की समस्या का हल नहीं हो पाया है। साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि कई प्रतिनिधियो से बिजली की समस्या बता चुके हैं मगर आज तक उसका समाधान नहीं किया गया है।

गांव वालों ने बिजली नहीं तो वोट नहीं का लिया संकल्प

अब गांव के सभी लोगों ने एक राय से सहमत होकर बिजली नहीं तो वोट नहीं का संकल्प ले लिया है। ग्रामीणों ने बताया कि उनकी समस्या दूसरे जिले से जुड़ी हुई है। बताया कि उनके गांव मे बिजली गुना जिले से आती है। जिसे कभी भी काट दिया जाता है। विधायक एवं सांसदों को कई बार इस समस्या के बारे मे बता चुके हैं। इसलिए इस बार गांव मे अलग फीडर स्थापित होने के बाद ही मतदान करने की बात की गई है। गांव वालों के दबाव मे यहां के शासकीय कर्मचारियों ने भी मतदान नहीं किया। मतदान दल सुबह से ही मतदाताओं का इंतजार कर रहा था।

अशोकनगर से हितेंद्र बुधौलिया की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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