Automatic Washing Plant : रतलाम रेल मंडल द्वारा ट्रेनों की सफाई के लिए ऑटोमेटिक वाशिंग प्लांट की स्थापना करने का प्लान बनाया है। यह वाशिंग प्लांट महू में स्थापित किया जाएगा। इसको लेकर अभी रतलाम रेल मंडल द्वारा एजेंसी की तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि 2.17 करोड़ रुपए के इस सिस्टम को बनकर तैयार करने के लिए एजेंसी को 6 महीने का वक्त दिया जाएगा। 6 महीने के अंदर एजेंसी प्लांट स्थापित करके तैयार करेगी।
आपको बता दे इंदौर और महू शहर से सबसे ज्यादा ओरिजिनल और टर्मिनेटिंग ट्रेन चलाई जाती है। इस वजह से सिर्फ इन दोनों ही शहरों में पिट लाइन मौजूद है। जहां अब तक ट्रेनों का रखरखाव, साफ-सफाई और धुलाई होती आई है। इंदौर और महू के अलावा किसी भी शहर में पिट लाइन नहीं है। वहीं इस प्रोजेक्ट के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से पिट पर उपयोग किए जाने वाले पानी को पहले उपचारित किया जाएगा।
रतलाम रेल मंडल ने बुलाए दो टेंडर
उसके बाद ही उसका उपयोग ऑटोमेटिक वाशिंग प्लांट में किया जा सकेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए रेल मंडल द्वारा दो टेंडर बुलाए गए हैं। ये टेंडर 4 अक्टूबर के दिन खोले जाने वाले हैं। ऐसे में जिस भी कंपनी को इस प्रोजेक्ट का काम सौंपा जाएगा उसे दो साल तक मशीनों का मेंटेनेंस करना होगा साथ ही वारंटी भी लेनी होगी।
Automatic Washing Plant की मदद से बचेगा समय और धन
आपको बता दे, ऑटोमेटिक वॉशिंग प्लांट में ट्रेनों की सफाई ब्रश से की जाती है। इससे समय और धन दोनों की बचत हो सकेगी। साथ ही पानी का भी बचाव किया जा सकेगा। अभी तक सामान्य पिट लाइन की मदद से समय और धन दोनों लगता आया है वहीं पानी भी काफी ज्यादा बर्बाद हुआ है। इसमें कई बार कर्मचारी लापरवाही भी कर देते हैं। लेकिन ऑटोमेटिक प्लांट की मदद से ट्रेनों की समय समय पर अच्छी सफाई हो सकेगी।