बड़वाह, बाबूलाल सारंग। राष्ट्रीय अटल नारी सम्मान (National Atal Nari Samman) कार्यक्रम समारोह इटारसी (itarsi) मे संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम मे म.प्र. के विभिन्न स्थानों से लोगों ने बड़चड़ कर हिस्सा लिया। काफी संख्या मे लोग जमा हुए कार्यक्रम मे उत्कृष्टता के लिए पुरुस्कार दिए गए। जिसमें बड़वाह नगर की गौ रक्षा कमाण्डो फोर्स की जिला अध्यक्ष सोनाली पंवार को उनकी गौ रक्षा (Cow protection) के लिए चुना गया।
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इटारसी के भवानी प्रसाद प्रेक्षा गृह मे आयोजित राष्ट्रीय अटल नारी सम्मान के लिए सोनाली पंवार को एक स्मृति चिन्ह एवं एक प्रशसती पत्र दिया जाना था। परंतु वे अपनी गौ सेवा संकल्प एवं कर्तव्य परायणता के कारण इस भव्य आयोजन मे नहीं जा सकी। सोनाली पंवार ने बताया की राष्ट्रीय अटल नारी सम्मान में उत्कृष्टता के लिए उन्हें चुने जाने पर वे अत्यधिक प्रसन्न है। उन्होंने रास्ट्रीय अटल नारी सम्मान के आयोजकों का आभार मानकर उन्हें धन्यवाद दिया। सोनाली पंवार ने बताया की वे उस कार्यक्रम में शामिल होना चाहती थी, परंतु 6 मार्च को ही 2 गौ माताओं ने अलग-अलग स्थानों पर अपने प्राण त्याग दिए थे। अत: उनकी अंत्येष्टि करना उनका परम धर्म हो गया था।
बड़वाह नगर की इन्द्रपूरी कालोनी मे एक गौ माता ने उपचार के दौरान अपने प्राण त्याग दिए थे। सोनाली पंवार ने गौ माता को बचाने का हर सम्भव प्रयास किया। परन्तु दुर्भाग्य वश गौ माता को बचाया नहीं जा सका। अत: सोनाली पंवार ने हमेशा की तरह गौ माता की अंत्येष्टि की। तथा उसी दिन लगभग 11 बजे काटकूट रोड़ पर एक अन्य गौ माता के मृत होने की सूचना मिली। सोनाली पंवार तत्काल मौके पर पहुंची और गौ माता का सम्मान पूर्वक अन्तिम संस्कार किया। सोनाली पंवार ने बताया की उन्हे 2 गौ माता की अंत्येष्टि करनी थी। इस कारण उन्होने अटल नारी सम्मान समारोह मे जाना उचित नहीं समझा और अपना कर्तव्य पथ प्रशस्त किया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सोनाली पंवार ने अभी तक लगभग 200 गौ माताओ का अन्तिम संस्कार किया हैं तथा 400 गौ माताओं का उपचार कर चुकी हैं। पुर्व मे भी सोनाली पंवार ने वाहन दुर्घटना से गौ वंश को बचाने के लिए स्वंय के खर्च से गौ वंश के गले और सींगों पर रेडियम बेल्ट लगाये थे।
राष्ट्रीय अटल नारी सम्मान समारोह में जब सोनाली पंवार के नहीं आने का कारण मालुम हुआ तो सारा सदनसोनाली पंवार की सच्ची और निस्वार्थ सेवा और संकल्प से तालियों से गूंज उठा। उनकी अनुपस्थिती मे यह सम्मान उनके बड़े भाई कमल ने इटारसी को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया। राष्ट्रीय अटल नारी सम्मान पाने के बाद सोनाली पंवार को उनके प्रशंषकों और मित्रों के बधाई संदेश मिल रहे हैं।
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